कोरोना वायरस हमारे बीच करीब 2 साल से है। अब दुनियाभर में इसके केसेज कम होने के साथ भारत में डेथ केसेज भी कम रिपोर्ट हो रहे हैं। हालांकि अब तक इस वायरस की चपेट में भारी संख्या में लोग आ चुके हैं। यह वायरस लोगों के शरीर में पहुंचकर लंबे समय के लिए काफी नुकसान पहुंचा चुका है। संक्रमण के 1 साल बाद इसके साइड इफेक्ट्स लोगों में देखने को मिल रहे हैं। एक्सपर्ट्स शुरू से बता रहे हैं कि जिन्हें सीरियस इन्फेक्शन हुआ था उन्हें दिल से जुड़ी बीमारी का खतरा है। अब दिल्ली के फोर्टिस इस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टिट्यूट के डॉक्टर ए सेठ ने बताया है कि जिनमें कोरोना के हल्के लक्षण थे उनमें भी हार्ट अटैक की घटनाएं बढ़ी हैं।
डॉक्टर सेठ ने बताया, यह सच है कि जिन्हें सीवीयर कोविड हुआ था एक साल बाद उनमें काफी साइड इफेक्ट्स आए हैं। लेकिन जिन लोगों में हल्के लक्षण थे उनमें भी हार्ट अटैक की घटनाएं बढ़ी हैं। हम सभी कोविड के पेशंट्स से अपील करते हैं कि किसी भी लक्षण को इग्नोर न करें और अपना चेकअप करवाते रहें।
ब्रेन स्ट्रोक का भी खतरा
एम्स न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट की डॉक्टर पी श्रीवास्तव भी बता चुकी हैं कि कोविड के बाद ब्रेन स्ट्रोक जैसी घटनाएं हो सकती हैं। इस पर रिसर्च हो रही है। प्रोफेसर श्रीवास्तव ने कहा, कोविड के बाद ब्रेन में कॉम्प्लिकेशंस हो सकते हैं। ब्रेन अटैक या आर्टरीज/वेन्स में स्ट्रोक, ब्रेन इन्फ्लेमेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इस पर रिसर्च जारी है, अब तक चीजें क्लीयर नहीं हुई हैं।