पत्नी ने पति को ऑफिस जाने से रोका, पति नहीं माना तो, फांसी लगाकर कर ली खुदकुशी

 

इंदौर में एक नवविवाहिता ने फांसी लगाकर जान दे दी। सुबह गाड़ी स्टार्ट नहीं होने पर पत्नी ने पति को ऑफिस जाने से रोका था। पति नहीं माना और काम पर पैदल ही चला गया। ऑफिस पहुंचकर पति ने पत्नी को फोन किया था। इसके कुछ देर बात पत्नी ने फांसी लगा ली। मामला लसूड़िया इलाके का है। इस बीच महिला के मायके पक्ष ने पति और जेठ को अस्पताल में पीट दिया।

घटना शुक्रवार दोपहर की है। TI संतोष दूधी के मुताबिक स्कीम नंबर 78 में रहने वाली रानी (26) पति गौरव चौहान को उसकी सास राधा शुक्रवार दोपहर एमवाय अस्पताल लेकर पहुंची थी। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रानी के पति गौरव ने बताया कि वह एसडीए कंपाउंड में एक चायपत्ती की कंपनी में नौकरी करता है। सुबह उसकी बाइक स्टार्ट नहीं हो रही थी। काफी देर तक वह परेशान हुआ। इसके बाद उसने पत्नी रानी से कहा कि वह पैदल कंपनी जा रहा है। रानी ने उसे रोककर कहा कि आज मत जाओ। लेकिन मैंने कहा कि त्योहार आ रहे हैं, घर पर खर्च की जरूरत पड़ती है। यदि ऑफिस नहीं जाउंगा तो सैलरी कट जाएगी। इसके बाद मैं पैदल ही ऑफिस के लिए निकल गया।

ऑफिस पहुंचते ही पत्नी को किया था मैसेज
गौरव ने बताया कि घर से ऑफिस पहुंचते ही मैंने पत्नी को मैसेज किया कि वह ऑफिस पहुंच गया है। बाद में पत्नी ने उसे कॉल भी किया। दोनों ने बातचीत भी की। इसके बाद पता नहीं क्या हुआ जो कि रानी ने सुसाइड कर लिया। मैं लगातार पत्नी को फोन लगा रहा था पर उसने नहीं उठाया। मैंने मां राधाबाई को फोन लगाया। कहा अपनी बहू को देखकर आए, कहां है। मां जब रानी के कमरे में पहुंची तो वह फंदे पर झूल रही थी। मेरा बड़ा भाई भी उस समय शॉपिंग मॉल गया हुआ था।

10 माह पहले ही हुई थी शादी
गौरव की 10 माह पहले ही शादी हुई थी। रानी का मायका चाचौड़ा का है। मामले की जानकारी जब इंदौर में रहने वाले उसके मायके पक्ष के अन्य लोगों को लगी तो वे भी एमवाय अस्पताल पहुंचे। यहां गौरव और उसके भाई के साथ मारपीट करने लगे। मायके पक्ष ने गौरव सहित अन्य पर हत्या का आरोप लगाया है।

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