कालिंदी कान्हा गढ़ा गौशाला में रोज मर रहे गोवंश क्षमता से 5 गुना पहुंच गई गोवंश की संख्या गौशाला में एक दिन के लिए बचा भूसा,रखवाले चिंतित

विजयीपुर/फतेहपुर। क्षेत्र के कालिंदी कान्हा गौशाला हरदासपुर गढ़ा में बदहाली कुछ इस कदर है कि क्षमता से 5 गुना ज्यादा गोवंश है भूसा का स्टाक एक दिन के लिए बचा है हर रोज कमजोर होकर एक गोवंश मर रहा हैं जिम्मेदार हाथ पर हाथ रखे बैठे हैं विजयीपुर क्षेत्र की कालिंदी कान्हा गौशाला हरदासपुर मजरे गढा में गोवंश रखने की क्षमता लगभग 120 है जहां पर इस समय 653 गोवंश है जहां पर उनको पेट भरने के लिए जिम्मेदारों के पास भूसा भी पर्याप्त नहीं है बताया जा रहा है गौशाला में महज एक दिन के लिए भूसा बचा है जिससे रख वालों के माथे पर चिंता की लकीर झलक रही है एक दिन बाद कैसे गोवंश का पेट भरेंगे इतना ही नहीं गौशाला में लगभग एक सैकड़ा जानवरों को खाने के लिए चरही की व्यवस्था है परंतु 653 मवेशियों के झुंड में छोटे और कमजोर जानवर चारा नहीं खा पा रहे हैं जिससे और कमजोर होकर हर रोज एक जानवर की मौत हो रही है जिम्मेदारों कि इस कदर मनमानी है कि 52 गांव के ग्राम पंचायत गढ़ा में एक महिला सचिव आकांक्षा मिश्रा की तैनाती कर दी है जिन्हें गढ़ा के सभी गांव के नाम भी अभी तक नही पता होंगे वह गौशाला की बदहाली कैसे ठीक करेंगी परन्तु जिम्मेदार गोवंश को सुविधा प्रदान करने का दावा कर रहे हैं।
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क्या बोले जिम्मेदार
फतेहपुर। पशु चिकित्सक डा. रमेश चंद्र ने बताया गोवंश की संख्या लगभग पांच गुना ज्यादा होने के कारण छोटे कमजोर जानवर भूसा चारा नहीं खा पा रहे। जिस कारण कमजोर होकर मौत हो जा रही हैं इलाज किया जा रहा है असर नहीं हो रहा।

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