लखनऊ में कैंट इलाके के दिलकुशां में सेना के आफिसर्स कालोनी गौर इंक्लेव की दीवार मलबे में दबकर मरने वालों में झांसी के पछवारा निवासी पप्पू (40), उसकी पत्नी मान कुंवर देवी (40), बेटा प्रदीप (20), प्रदीप की पत्नी रेशमा (18), प्रदीप की बेटी नैना उर्फ भारती (4), मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ सेमरा निवासी धर्मेंद्र (24), उसकी पत्नी चंदा (20), उसके दो बेटे अजय (4) व नीरज (1) शामिल है। वहीं घायलों में पप्पू का बेटा गोलू और राघवेंद्र शामिल हैं। संयुक्त पुलिस आयुक्त पीयूष मोर्डिया के मुताबिक इंक्लेव में दीवार का निर्माण कार्य चल रहा है। सभी वहां मजदूरी कर रहे थे। ठेकेदार तुलसीराम ने पास में ही झुग्गी बस्ती बनाकर उनको रहने का इंतजाम कराया था। चार महीने से वहां पर रहते थे। देर शाम को पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद पप्पू के भाई चंद्रभान को सुपुर्द किया। सभी नौ शव को लेकर वह झांसी और टीकमगढ़ के लिए रवाना हो गया है।