मुगलों ने मदरसों में शुरू कराए सभी सब्जेक्ट, मुंशी प्रेमचंद से राजेंद्र प्रसाद तक ने तालीम ली,अब पिछड़ते क्यों जा रहे

 

मदरसे का नाम आते ही जेहन में एक तस्वीर उभरती है। हिजाब पहने लड़कियां और जाली वाली टोपी लगाए लड़के झूमते हुए अपना सबक दोहरा रहे हैं… ‘अलिफ जबर आ, बे जबर बा…’। इस परसेप्शन से इतर मदरसे कभी ऐसी जगह थे, जहां भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद से लेकर हिंदी के महान लेखक मुंशी प्रेमचंद तक ने तालीम हासिल की।

मदरसे इन दिनों फिर सुर्खियों में हैं। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने बिना सरकारी मान्यता वाले मदरसों का 12 पॉइंट सर्वे शुरू किया गया है।

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