यूपी विधानसभा सत्र के पहले दिन सपा नेताओं ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में पदयात्रा की। सपा नेता व कार्यकर्ता विधानभवन की तरफ बढ़ रहे थे कि उन्हें रास्ते में ही रोक लिया गया। जिस पर नाराज होकर अखिलेश यादव अपने विधायकों व कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर ही धरने पर बैठ गए।
उधर, विधानसभा सत्र की शुरुआत हो गई। इसके पहले मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। जनता को इस सत्र से बड़ी उम्मीदें हैं। सत्र के पहले दिन सभी सदस्यों ने पूर्व विधायक अरविंद गिरी के निधन पर शोक व्यक्त किया। सपा ने धरना स्थल पर ही शोक व्यक्त किया।
रास्ते में ही रोके जाने से नाराज सपाइयों ने सड़क पर ही छद्म विधानसभा आयोजित कर वंदे मातरम के नारे लगाए और विधायक अरविंद गिरी के निधन पर शोक व्यक्त किया। इसके बाद धरना खत्म कर सभी सपा कार्यालय लौट गए।
मार्च के दौरान रूट बदलने से सपाई नाराज हो गए थे और पहले से तयशुदा मार्ग पर आगे बढ़ने की अनुमति मांग रहे थे। अखिलेश यादव ने कहा यदि रोकना था तो कल परमिशन क्यों दी? प्रशासन का कहना था कि जीपीओ के बजाय वीवीआईपी गेस्ट हाउस और एनेक्सी होते हुए विधानसभा जाएं। इस पर अखिलेश यादव व सपा विधायक सड़क पर ही धरने पर बैठ गए।
सपा ने बढ़ती महंगाई, किसानों की समस्याओं और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर राज्य सरकार के विरोध में इस पदयात्रा का आयोजन किया था। पदयात्रा को लेकर विक्रमादित्य मार्ग को छावनी बना दिया गया। वीवीआईपी चौराहा से लेकर सपा कार्यालय तक बैरिकेडिंग कर भारी संख्या में फोर्स लगा दी गई। इस रास्ते पर आम लोगों का आवागमन बंद कर दिया गया।