मेरे होते हुए भी दूसरी लड़की के लिए नियत बिगाड़ी थी, हिम्मत हो तो दुनिया को सच बताना…

 

 

कानपुर में अमित की हत्या के बाद ज्योति मिश्रा की मौत का मामला एक बार फिर चर्चा में आ गया है। पुलिस ने जब ज्योति की मौत को आत्महत्या बताया था तब उस पर सवाल खड़े हुए थे। अब जब उस केस के आरोपी की हत्या हुई तो मामले की नए सिरे से जांच होगी। जांच हत्या के बिंदु पर होगी। जांच में संभावना है कि ज्योति मिश्रा की मौत के मामले में कोई नया राज खुलेगा। जांच वही एसआईटी करेगी जो अमित हत्याकांड केस की करेगी। ज्योति मिश्रा 25 अक्तूबर 2021 को घर से निकली थी। दूसरे दिन रेलवे ट्रैक किनारे अधजला शव पड़ा मिला था। पास में ही उसका पर्स मिला था। जिसमें रखे दस्तावेजों से उसकी शिनाख्त हुई थी। पुलिस ने हत्या, दुष्कर्म व साक्ष्य मिटाने की धारा में केस दर्ज किया था। फोरेंसिक रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि न होने से दुष्कर्म की धारा हट गई थी।

पुलिस को हत्या के साक्ष्य नहीं मिले थे। इसलिए आत्महत्या दुष्प्रेरण की धारा में अमित कुमार व विमल के खिलाफ चार्जशीट लगाई थी। हालांकि उस वक्त कई सवाल थे, जिसके जवाब नहीं मिले थे।

पूरी आशंका थी कि ज्योति की हत्या की गई। अब ठीक उसी तरह अमित को मारा गया। शव अधजला मिला। पास में उसके सभी दस्तावेज मिले। इसलिए उच्चाधिकारियों ने उस केस को हत्या के बिंदु पर तफ्तीश करने का निर्णय लिया है।

इसलिए बदल दी थी धारा
पुलिस ने हत्या के साक्ष्य न मिलने का दावा किया था। वहीं ज्योति ने अपनी मां के मोबाइल से अमित को एक व्हाट्सएप मैसेज भेजा था, जिसमें लिखा था कि मैं तो यह दुनिया और सबकुछ छोड़कर जा रही हूं। अगर तुम्हारी इतनी हिम्मत हो तो दुनिया को सच बताना कि हवस तुम्हारे मन में आई थी। तुमने मेरे साथ गलत किया।

लड़की के होते हुए भी दूसरी लड़की के लिए नियत बिगाड़ी थी। कभी मेरे बाप को अपनी शक्ल न दिखाना। मैं नहीं चाहती कि उनकी बेटी का हत्यारा कभी भी अपनी शक्ल उनको दिखाए। ये मैसेज जिसे भेजना हो भेज देना…। इसी मैसेज के आधार पर हत्या की धारा हटाकर आत्महत्या दुष्प्रेरण की धारा लगाई थी।

दोनों साजिश में कोई एक तो नहीं 
अमित के परिजनों ने ज्योति के परिवार वालों पर हत्या का केस दर्ज कराया है। पुलिस तफ्तीश कर रही है। ज्योति व अमित को बिल्कुल एक तरह से मारा गया। ऐसे में यह भी आशंका है कि कहीं ऐसा तो नहीं कोई तीसरा इसमें शामिल है। जो साजिश के तहत वारदात को अंजाम दे रहा है।

आपको बता दें कि कानपुर में जेल से जमानत पर छूटे एक युवक का अधजला शव शनिवार को सचेंडी क्षेत्र की झाड़ियों में पड़ा मिला था। यह वही शख्स था जिसकी महिला मित्र का शव इसी तरह जला हुआ चकेरी के रेलवे क्रॉसिंग के पास 25 अक्तूबर 2021 को मिला था। इसी मामले में पुलिस ने उसे और उसकी एक महिला मित्र को जेल भेजा था। शिवकटरा चकेरी निवासी अमित कुमार (28) आरओ लगाने का काम करता था।

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