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BJP President Election: अब भाजपा में अगले अध्यक्ष पद की पसंद को लेकर सुगबुगाहट तेज
नईदिल्लीBJP President Election: संघ के धड़े की राय सत्ता और संगठन में संतुलन के लिए एक बार फिर नितिन गडकरी को मौक़ा देने के पक्ष में हैं। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सहमति के बिना ये मुमकिन नहीं हैभाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल अगले साल जनवरी महीने में खत्म हो रहा है। पार्टी के शीर्ष रणनीतिकार उन्हें 2024 तक अध्यक्ष पद पर सेवा विस्तार देने के पक्ष में हैं। भाजपा के अंदरखाने में यह भी चर्चा है कि सेवा विस्तार न हुआ, तो नए अध्यक्ष के रूप में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव का दावा कहीं अधिक मजबूत रह सकता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सूत्र बताते हैं कि भाजपा में नेतृत्व के सवाल पर संघ में अपनी राय है। संघ के धड़े की राय सत्ता और संगठन में संतुलन के लिए एक बार फिर नितिन गडकरी को मौक़ा देने के पक्ष में हैं। लेकिन प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सहमति के बिना ये मुमकिन नहीं है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का एक औरा है और वह दिखना चाहिए। ऐसा होने पर संघ और भाजपा में तालमेल भी अच्छा रहता है। इससे दोनों के विस्तार में सहायता मिलती है। सूत्र के मुताबिक रायपुर के अधिवेशन में इस मुद्दे को लेकर चर्चा हुई थी। इस अधिवेशन में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और बीएल संतोष ने शिरकत की थी।क्या है संभावना?
जेपी नड्डा को भाजपा अध्यक्ष बनाने की पहली चर्चा राजनाथ सिंह के उत्तराधिकारी के तौर पर हुई थी, हलांकि 2019 में उन्हें भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष अमित शाह के केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। इसके बाद 20 जनवरी 2020 को उन्होंने भाजपा के पूर्ण अध्यक्ष की कमान संभाली। पार्टी के संविधान के अनुसार अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल के लिए होता है। इस तरह जनवरी 2023 में जेपी नड्डा का कार्यकाल खत्म हो रहा है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच में 2023 में अध्यक्ष को लेकर चर्चा और कौतूहल दोनों हैं। कुछ वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में रहने वाली मीडिया कोटरी भी नए अध्यक्ष की संभावना तलाश रही है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता को उम्मीद है कि जनवरी 2023 के बाद भी नड्डा पद पर बने रहेंगे। उनके समय में भारतीय जनता पार्टी ने विस्तार किया है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड समेत अन्य विधानसभा चुनाव में पार्टी ने दूसरी बार शानदार विजय हासिल की है। चर्चा यह भी है कि नड्डा को एक साल अथवा 2024 के लोकसभा चुनाव तक का सेवा विस्तार मिल सकता है।भाजपा कोई कांग्रेस तो है नहीं, लोकतांत्रिक पार्टी है?’
भाजपा, संगठन और संघ की विचारधारा को समझने वाले एक सूत्र का कहना है कि अभी ऐसे काल्पनिक सवाल का उत्तर देना मुश्किल है। भाजपा एक लोकतांत्रिक पार्टी है। यह कांग्रेस जैसे दल से भिन्न है और यहां निर्णय लिए जाने का एक तरीका है। मुझे लगता है कि जब समय आएगा तो पार्टी के शीर्ष नेता उचित फोरम पर निर्णय लेंगे। सूत्र का कहना है कि जहां तक मैं समझता हूं, संघ अपना काम करता है। भाजपा राजनीतिक क्षेत्र में अपना काम करती है। नए अध्यक्ष की संभावना टटोलने पर एक अन्य नेता ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर कहा कि इतना तो तय है कि जेपी नड्डा के बाद किसी दूसरे मजबूत चेहरे को पार्टी की कमान मिलेगी। यह चेहरा भूपेन्द्र यादव भी हो सकते हैं। सूत्र का कहना है कि भूपेंद्र यादव जहां और जिस राज्य में पार्टी के प्रभारी बनाए गए, अच्छे नतीजे आए। वरिष्ठ अनुभवी नेता हैं और लो प्रोफाइल रहते हैं। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह का भी ‘आशीर्वाद’ प्राप्त है।