आईपीओ के विरोध में ग्रामीण बैंक ने की हड़ताल – तालाबंदी से करोड़ों का लेन-देन प्रभावित, भटके उपभोक्ता

फतेहपुर। आल इंडिया रीजनल रूरल बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन के आवाहन पर बड़ौदा यूपी बैंक के कर्मचारियों ने षुक्रवार को आईपीओ के विरोध में हड़ताल की। हड़ताल के कारण जहां करोड़ों का लेन-देन प्रभावित हुआ वहीं उपभोक्ताओं को पैसा जमा एवं निकासी के लिए भटकना पड़ा।
प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए वक्ताओं ने कहा कि भारत सरकार ने ग्रामीण बैंकों के निजीकरण की कार्रवाई षुरू कर दी है। ग्रामीण बैंकों को अपनी वैधानिक अवष्यकताओं हेतु आवश्यक कैपिटल जुटाने हेतु शेयर बाजार के माध्यम से आईपीओ लाकर पूंजी जुटाने के निर्देश जारी दिए गए हैं जबकि एसोसिएशन सभी ग्रामीण बैंकों को एक करते हुए भारतीय राष्ट्रीय ग्रामीण बैंक बनाकर ग्रामीण भारत से सीधा जुड़ी 100 करोड़ आबादी के लिए एक बैंक स्थापित करने की मांग लंबे समय से कर रहा है। वक्ताओं ने मांग उठाई कि 30000 से ज्यादा रिक्त पदों पर भर्ती की जाए, 20000 से ज्यादा दैनिक वेतन पर कार्य कर रहे अस्थाई कर्मचारियों का नियमतीकरण किया जाए, मृतक आश्रित सेवायोजना को वर्ष 2014 से लागू किया जाए, नई पेंशन योजना को वापस लिया जाए, बैंकिंग पेंशन नियम वर्ष 1993 को ग्रामीण बैंकों में वर्ष 1993 से प्रभावी किया जाए, सेवा शर्तों एवं प्रमोशन नीति को बैंकिंग उद्योग अनुसार समान रूप से लागू किया जाए। इस मौके पर अध्यक्ष शिवम अरुण, महामंत्री गोपाल त्रिवेदी, आफीसर्स एसोसिएषन के कार्यकारी अध्यक्ष रामबली, महामंत्री देवराज, एम्प्लाइज यूनियन के अध्यक्ष संदीप कुमार, सेवानिवृत्त समिति के अध्यक्ष सुधांशु, अंबरीश अग्निहोत्री, संदीप यादव, जगतपाल, शिवशंकर, मेहश प्रसाद के अलावा शैलेन्द्र सिंह, नीरज सोनी, रोशन सिंह, लक्ष्य सिंह राठौर, रवित, अनुज शर्मा षामिल रहे।

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