31 अक्टूबर तक चलेगा विषेश संचारी रोग नियंत्रण अभियान – दस्तक अभियान की सफलता को लेकर बनाई रूपरेखा

फतेहपुर। आगामी एक अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक चलने वाले विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान व सात अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक संचालित होने वाले दस्तक अभियान को सफल बनाए जाने के लिए जनपद स्तरीय अर्न्तविभागीय बैठक अपर जिलाधिकारी (वित्तर एवं राजस्व) विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में सम्पन्न हुई।
एडीएम ने संचारी रोगों पर सफलतापूर्वक नियंत्रण पाने के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को समन्वय स्थापित करते हुए उत्तरदायित्वों का निर्वाहन पूरी जिम्मेदारी से करने के निर्देश दिये। अधिकतर बीमारिया गंदगी होने से पनपती हैं। अगर हम अपने घर के आस पास सफ़ाई रखेंगे तो संचारी रोगों को पनपने का मौका ही नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि आगामी एक अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान के सफल संचालन के लिए माइक्रो प्लान बना लें। इसमें 07 से 21 अक्टूबर तक दस्तक अभियान के तहत घर-घर सर्वे कर फ्लू, खांसी, बुखार के रोगियों व कुपोषित बच्चों की जांच की जाए। बैठक में विभिन्न विभागों यथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास विभाग, पंचायती राज/विभाग ग्राम विकास विभाग, पशुपालन विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, शिक्षा विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, कृषि एवं सिंचाई विभाग, उद्यान विभाग आदि के द्वारा किए जाने वाले कार्यों के बारे जानकारी विस्तार से देते हुए कहा कि दस्तक अभियान के तहत संचारी रोग के मरीजों की चिन्हित कर उपचार किया जाय। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अलावा अन्य संबंधित विभागों की भी इसमें बराबर की भागीदारी है। विभाग आपसी समन्वय से इस अभियान की सफलता सुनिश्चित करें। मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि संचारी रोगों से बचाव के लिए एक अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण तथा 07 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक दस्तक अभियान भी चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि संचारी रोग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को या पशुओं से इंसान को हो सकती है। उन्होने बताया कि टीवी, डिप्थीरिया, रैबीज, टिटनेस तथा हैपेटाइटिस आदि संचारी रोगों की श्रेणी में आती है। यह बीमीरियां दूषित हवा से, दूषित पानी से, दूषित खाना खाने से तथा मच्छरों के काटने से होती है। दस्तक अभियान में फिजिकल डिस्टेंसिंग, हाथों की धुलाई और मास्क की अनिवार्यता पर विशेष ध्यान दिया जाय। स्वास्थ्य कार्यकर्ता सावधानी रखते हुए लोगों को मलेरिया, डेंगू एवं कोरोना से बचाव के बारे में बेहतर तरीके से जागरूक कर सकें। आशा कार्यकर्ता तथा आंगनबाड़ी द्वारा घर घर जाकर लोगों को संचारी रोगों से बचाव के उपाय, लक्षण एवं निकटतम स्वास्थ्य केंद्र के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जायेगी। इस दौरान आशा कार्यकर्त्ताओं द्वारा दिमागी बुखार के लक्षणों एवं उपचार के विषय में समुदाय को जागरूक किया जाएगा। आशा द्वारा घरों के अंदर प्रवेश कर मच्छरों के पैदा होने वाली परिस्थितियों का निरीक्षण कर, नागरिकों को जागरूक भी करें। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी सुनील कुमार भारती, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला कार्यक्रम अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक पुरुष/महिला, खंड विकास अधिकारी, अधिशासी अधिकारी, प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी सहित अन्य संबंधित उपस्थित रहे।

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