23 साल के कपिल पंडित ने लॉरेंस गैंग के इशारे पर बॉलीवुड एक्टर सलमान खान को मारने के लिए दो बार रची साजिश 

 

पंजाब पुलिस ने हाल ही में खुलासा किया कि 23 साल के कपिल पंडित ने लॉरेंस गैंग के इशारे पर बॉलीवुड एक्टर सलमान खान को मारने के लिए भी प्रयास कर चुका है। उसने पिछले 3 महीने में दो बार साजिश रची, लेकिन कामयाब नहीं हो पाया।

पंजाब पुलिस ने बताया कि कपिल पंडित ने अपने साथियों के साथ मिलकर सलमान को उनके मुंबई स्थित पनवेल फार्म हाउस आते-जाते समय रास्ते में मारने का प्लान बनाया था।

आखिर कौन है कपिल पंडित, जो सलमान को मारना चाहता है?

इस सवाल का जवाब जानने के लिए भास्कर टीम चूरू जिले के राजगढ़ पहुंची। इस शहर ने कई गैंगस्टरों को पनपते और मिटते देखा है। कोर्ट में दिनदहाड़े मर्डर से लेकर खूनी गैंगवार का भी ये शहर गवाह रहा है।

पढ़िए- कपिल पंडित के गैंगस्टर बनने की कहानी…

गांववाले पंडित के नाम से जानते हैं

पूरे देश में कुख्यात हो चुके कपिल को गांव वाले पंडित के नाम से जानते हैं। लोगों ने आखिरी बार उसे डेढ़ साल पहले देखा था।, जब कोरोना के चलते 28 अप्रैल को उसकी मां सुमित्रा पंडित की मौत हो गई थी। एक मई को वह पैरोल पर यहां आया था।

उस समय वह राजगढ़ के बहुचर्चित राजेंद्र गढ़वाल मर्डर मामले में अपने बड़े भाई अनिल के साथ चूरू की डिस्ट्रिक्ट जेल में बंद था।

दोनों भाई मां की मौत पर 15 दिन की पैरोल पर बाहर आए थे। इसके बाद अनिल तो दोबारा जेल लौट गया, लेकिन कपिल फरार हो गया। अब करीब डेढ़ साल बाद मूसेवाला मर्डर और सलमान खान को मारने की प्लानिंग बनाने में अब उसका नाम सामने आया है।

गैंगस्टर कपिल पंडित के पिता विमल शर्मा मूल राजगढ़ (चूरू) के समीप बेवड़ गांव के रहने वाले हैं। करीब 25 साल पहले वो पत्नी सुमित्रा को लेकर राजगढ़ शहर में बस गए।

यहां रेलवे की लोको कॉलोनी में उन्होंने घर बना लिया। उनके दो बेटे कपिल और अनिल राजगढ़ में पले-बढे़। विमल अभी दिल्ली में दुकान करते हैं। उनकी 90 साल की बूढी मां भी यहीं रहने लग गई है।

दोनों भाइयों की पत्नियां पीहर में

अनिल और कपिल शादीशुदा हैं और दोनों की पत्नियां भी आपस में बहनें हैं। लोगों ने बताया, सास ज़िंदा नहीं है और दोनों के पति जेल में हैं।

ऐसे में समाज में फैलने वाली गलत बातों से बचने के लिए कपिल और अनिल की पत्नी अधिकतर समय अपने-अपने बच्चों के साथ झुंझनूं जिले के सूरजगढ़ के पास ठोठी गांव में पीहर में रहती हैं। कपिल के दो बेटे हैं।

इलाके में कपिल के नाम का इस कदर खौफ था कि लोकल लेवल पर कोई भी कैमरे पर उसके बारे में बात करने को तैयार नहीं हुआ।

पत्नी बोली- डेढ़ साल से नहीं देखा

आखिर में जब हम कपिल के घर पहुंचे तो उसकी बूढी दादी के साथ पत्नी मोनू मिली। पहले तो वो घबरा गई। फिर बोली- अब तो हर समय SOG और पुलिस वालों का डर सताता है। आए दिन वो आकर धमकाते हैं।

उनसे जब पूछा तो पता चला, वो अभी पीहर से आई हुई है। उसने कपिल को डेढ़ साल से न देखा और न ही उसे कोई पुख्ता खबर है। अब तरह-तरह की बातें हो रही हैं तो परेशान भी हैं।

जब हमने उससे कैमरे पर बात करनी चाही तो साफ़ मना कर दिया। बोली- ससुरजी रविवार को आएंगे, आप उनसे ही बात कर लेना। कपिल की कोई फोटो दिखाने को कहा तो बोली- कुछ नहीं है मेरे पास। इसके बाद दोबारा वो अपने काम में लग गई।

बड़े शराब कारोबारी बनना चाहते थे दोनों भाई

पुलिस इन्वेस्टिगेशन और लोकल पड़ताल में पता चला कि कपिल और अनिल दोनों भाई बड़े शराब कारोबारी बनना चाहते थे। इसी के चलते दोनों भाइयों ने राजगढ़ रेलवे स्टेशन के पास ही अंग्रेजी शराब का ठेका भी छुड़ा लिया था।

कपिल थोड़ा तेज तर्रार था और उसने लोकल लड़कों की एक गैंग भी बना ली थी। इस दौरान वहां एक बस ऑपरेटर राजेंद्र गढ़वाल भी था, जिसकी इलाके में तूती बोलती थी। वो अवैध शराब बेचने का व्यापार भी करता था। गढ़वाल के चलते दोनों पंडित भाइयों को बिजनेस में नुकसान हो रहा था। यहीं से धीरे-धीरे रंजिश शुरू हो गई।

मारपीट का बदला लेने के लिए गोली मारकर हत्या

गढ़वाल और उसके साथियों ने मिलकर कपिल और अनिल से मारपीट कर दी। उसी दिन शाम होते-होते करीब 4 बजे कपिल और अनिल ने 5-6 साथियों के साथ मिलकर घर में घुसकर राजेंद्र गढ़वाल पर अंधाधुंध गोलियां बरसाकर उसकी हत्या कर दी। इस दौरान वहां राजेन्द्र का बेटा सुनील और उसका साथी विनोद भी गंभीर रूप से घायल हो गए।

सीआई विष्णुदत्त सुसाइड से जुड़ा था नाम

गैंगस्टर कपिल पंडित के वकील एडवोकेट रामनिवास गुर्जर ने बताया कि गढ़वाल मर्डर केस की जांच तब राजगढ़ के सबसे चर्चित CI विष्णुदत्त विश्नोई कर रहे थे। गढ़वाल मर्डर की अगली रात 23 मई को विश्नोई ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

तब ये पूरा मामला पॉलिटिकल और हाई प्रोफाइल बन गया। ऐसी चर्चाएं भी थी कि कुख्यात गैंगस्टर संपत नेहरा ने पंडित भाइयों को परेशान नहीं करने के लिए उन्हें धमकी दी थी। हालांकि, इसको लेकर कभी कोई ठोस बात निकल कर सामने नहीं आई।

दोनों भाइयों पर 25-25 हजार का इनाम

सीआई विश्नोई के सुसाइड के बाद पुलिस ने गढ़वाल मर्डर के आरोपियों को पकड़ने के लिए कई कोशिश की। दोनों पंडित भाइयों पर 25-25 हजार रुपए का इनाम घाेषित किया गया।

आखिरकार पुलिस ने कपिल और अनिल के अलावा एक-एक कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जहां से उन्हें जेल में भेज दिया गया था। इससे पहले फरारी के दौरान कपिल पर जयपुर में हुई एक बहुचर्चित डकैती में शामिल रहने और झुंझनूं में एक गाड़ी लूटने के भी मामले दर्ज हुए।

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