पूरे देश में ऐप से लोन देने वाली फर्मों की मनमानी लगातार बढ़ती ही जा रही है. अब चेन्नई में ऐप-आधारित लोन देने वाली फर्म से परेशान एक 23 वर्षीय टेक एक्सपर्ट ने आत्महत्या कर ली है. उसे ऐप से लोन देने वाले लगातार उत्पीड़ित कर रहे थे और उन्होंने उसके फर्जी फोटो सोशल मीडिया पर शेयर करने की धमकी दी थी. जैसे ही मामला सामने आया, उसके बाद तमिलनाडु की पुलिस ने लोगों को लोन ऐप फर्मों के जाल से बचने के लिए सतर्क रहने को कहा है.
तुरंत लोन देने वाली ऐप कंपनियों के लोगों को परेशान करने के कई मामले पहले भी दर्ज किए जा चुके हैं. इस साल जुलाई में एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि तेलंगाना में कई युवा लोन ऐप के जाल में फंसने के बाद उत्पीड़न का शिकार हुए. इनमें से कई ने सुसाइड कर लिया. ऐसी ही एक घटना में निजामाबाद जिले के येदापल्ले मंडल के एआरपी कैंप के कोटिपल्ली शिव कुमार ने 12 जून को एक छोटे क्रेडिट लोन ऐप से 4,500 रुपये का लोन लिया था. एक हफ्ते के भीतर लोन की रकम चुकाने के बावजूद ऐप कंपनी ने उससे 4,500 रुपये की मांग की. ये रकम नहीं देने पर उसे परिवार के सदस्यों की फर्जी तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की धमकी दी गई.
परेशान शिव कुमार ने मजबूरन वह रकम चुकाई. इसके बावजूद लोन ऐप वालों ने शिव कुमार के पैन कार्ड से छेड़छाड़ की. फिर उसे एक ड्रग डीलर और दलाल के रूप में सोशल मीडिया पर शेयर करना शुरू कर दिया. पुणे साइबर पुलिस ने भी लोन ऐप फर्मों का उत्पीड़न बढ़ने के संकेत दिए हैं. पुलिस का कहना है कि ज्यादातर मध्यम और निम्न-मध्यम वर्ग के परिवारों से लोन ऐप कंपनियों के उत्पीड़न के बारे में शिकायतें मिल रहीं हैं.