मां सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना के साथ नवरात्र पर्व का समापन – दुर्गा पंडालों समेत घरों में कराया कन्याओं को भोज – हर तरफ गूंजे मां जगत जननी के जयकारे
फतेहपुर। जगत जननी मां जगदंबा के नवें स्वरूप सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना के साथ ही मंगलवार को नवरात्र पर्व का समापन हो गया। शहर के 118 स्थानों पर सजाये गये दुर्गा पंडालों में बड़ी संख्या मंे श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा। सुबह एवं शाम की आरती में श्रद्धालु भक्ति में सराबोर दिखाई दिये। हर तरफ मां शेरावली के जयकारे गूंजते रहे। दुर्गा पंडालों के साथ-साथ बड़ी संख्या में घरों पर भी कन्याओं को भोज कराकर पुण्य लाभ कमाया। कुल मिलाकर नवरात्र पर्व का सकुशल समापन हो गया। कल (आज) विजयदशमी का पर्व समूचे जनपद में धूमधाम के साथ मनाया जायेगा।
नवरात्र के पावन पर्व पर हर तरफ मां जगदंबा के पंडाल सजाये गये थे। शहर के अलावा गांव व कस्बों में मातारानी की धूम रही। नवमी के दिन भक्तों ने विधि विधान से मां सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना की। पंडालों मे हवन की आहूतियों के बाद भंडारे का आयोजन हुआ। कन्या भोज भी कराया गया। शहर के दुर्गा नगर स्थित दुर्गा मंदिर में पूजा अर्चना के बाद भंडारे का आयोजन हुआ। इसी प्रकार चौक हनुमान मंदिर, शीतला मंदिर, मुराइन टोला हनुमान मंदिर, पत्थरकटा चौराहा, शिवमंदिर, आबूनगर, पटेलनगर, नासिरपीर, रस्तोगीगंज, आवास विकास, खुशवक्तराय नगर, पक्का तालाब नई बस्ती व राधानगर में सार्वजनिक मां दुर्गा महोत्सव समिति के तत्वाधान में भी विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लेकर भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। नवरात्र के अंतिम दिन माता के पण्डालों मे भक्तों ने मां का भव्य श्रंृगार कर पूजा अर्चना की फिर कन्या भोज का आयोजन किया गया। सुबह एवं शाम की आरती में बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ी। सभी ने मां के जयकारे लगाये। मां सिद्धिदात्री की उपासना से भक्तों साधकों को अष्टसिद्धियां तथा नवनिधियां सुलभ हो जाती हैं। सिंह वाहिनी, चार भुजा वाली, कमल पुष्प पर विराजमान होकर भक्तों की समस्त कामना पूर्ण करती हैं। इस दिन भगवती का दर्शन, पूजन शास्त्रीय विधि विधान द्वारा करना चाहिए एवं दुर्गा सप्तशती का पाठ तथा मंत्र आदि से हवन करना चाहिए। मान्यता है कि किन्हीं कारणों से किसी दिन की उपासना में कमी रह जाती है वह सिद्धिदात्री की उपासना से पूर्ण हो जाती है। शहर क्षेत्र के सभी पंडाल रोशनी से नहाये रहे। देर रात तक श्रद्धालु पण्डालों में पहुंचकर मां के दर्शन करते दिखाई दिये। कुल मिलाकर नवरात्र पर्व का समापन शांतिपूर्वक माहौल के बीच सम्पन्न हो गया। कल (आज) समूचे जनपद में विजयदशमी का पर्व धूमधाम के साथ मनाया जायेगा। जिसकी तैयारियां भी लगभग पूरी कर ली गयी हैं।