डॉक्टर की स्लिप दिखाकर मिलेगा होटल जैसा रूम, 100 से 500 रुपए तक रूम; कूलर-एसी, बेड, लिफ्ट की सुविधा

 

 

महज 100 रुपए में होटल जैसा कमरा मिले तो यह चौंकाने वाली बात जरूर होगा। लेकिन ये सच है। बात कर रहे हैं जोधपुर के आरोग्य भवन की। हाल ही निर्मित इस भवन को होटल की तर्ज हर जोधपुर के एम्स हॉस्पिटल के पास भामाशाहों के सहयोग से तैयार किया गया है।

सदन में लिफ्ट, एसी-नॉन एसी रूम, बेड सोफे, अलमारी जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं हैं। लेकिन ये सुविधाएं मरीजों और उनके अटेंडेंट्स को ही मिलेंगी। डॉक्टर की स्लिप और आधार कार्ड दिखाकर रूम मिल जाएगा। भवन को लोकार्पण 2 अक्टूबर को किया गया है।

जोधपुर में एक संस्थान की पहल से सर्व समाज के भामाशाहों ने यह भवन तैयार किया है। यहां धर्मशाला के खर्चे में होटल जैसी सुविधाएं मिलेंगी। होटल की तरह ही सेपरेट रूम भी मिलेंगे। संस्था मरीजों व उनके अटेंडेंट्स से किसी भी तरह का एक्सट्रा चार्ज नहीं करेगी। समाजसेवा के लिए यह काम किया है सुदर्शन सेवा संस्थान ने।

दरअसल जोधपुर में चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार के बाद अन्य जिलों से इलाज के लिए आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ गई है। एम्स में राज्य भर से इलाज के लिए लोग आते हैं। ऐसे में एम्स के आस-पास होटल की व्यवस्था नहीं होने से मरीजों व अटेंडेंट को परेशान होना पड़ता है। इसे ध्यान में रखते हुए सुदर्शन सेवा संस्थान के सदस्यों ने 2017 में एक मीटिंग की और एम्स के पास आरोग्य भवन बनाने का प्रस्ताव रखा।

मीटिंग में यह तक किया गया कि भवन में रियायती दर पर, आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए रुकने को व्यवस्थाएं की जाएंगी। घर जैसे वातावरण, घर जैसा खाना दिया जाएगा। इसी सोच के साथ संस्थान के सदस्यों ने भामाशाहों के सहयोग से 2018 में रामसुख नगर 11, एम्स रोड पर 800 गज का एक प्लॉट खरीदा। जिसकी कीमत लगभग 1.5 करोड़ थी।

भवन बनाने के लिए भामाशाहों की समिति बनी। जिसमें राधेश्याम रंगा अध्यक्ष, राजेंद्र मेहता सचिव व अशोक पंवार कोषाध्यक्ष बनाए गए। 5 अगस्त 2020 को अयोध्या में पीएम नरेंद्र मोदी, योगी आदित्यनाथ भव्य राम मंदिर की नींव रख रहे थे, उधर एम्स के पास रामसुख नगर में भामाशाहों ने आरोग्य भवन की नींव रखी। 22 सितंबर 2022 को भवन का कार्य पूरा हुआ। इस काम में 150 से ज्यादा दानदाताओं ने आर्थिक सहयोग दिया।

किशन भैया के नाम पर रखा भवन का नाम
संयोजक कमलेश गहलोत ने बताया भवन का नाम समाजसेवी किशन भैया के नाम पर रखा है। उन्होंने अपना सारा जीवन मानवता की सेवा के लिए लगाया। 85 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। वे गरीबों, समाज कल्याण, समाज उत्थान के कार्यों में जुटे रहे थे।

होटल जैसे बेडरूम, पूरी तरह से एसी
भवन में 24 रूम हैं। जिनमें डबल बेड, थ्री बेड, फोर बेड रूम शामिल हैं। 4 डोरमेट्री हॉल भी हैं। जिसमें अलमारी, टेबल हैं। मेडिकल कैंप के लिए भी 2 हॉल हैं। लंच और डिनर के लिए भोजनशाला हैं। जहां एक बार में 70 से ज्यादा लोग बैठकर भोजन कर सकते हैं। सुदर्शन सेवा संस्थान के अध्यक्ष रतनलाल गुप्ता ने बताया कि भवन में प्राइवेट या गवर्नमेंट हॉस्पिटल की पर्ची, आईडी प्रूफ के आधार पर मरीजों को रुकने की परमिशन दी जाएगी।

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