पुराने मोबाइल नंबर की वजह से खाते से 46 लाख रुपये साफ़, रो-रोकर बेहाल हुआ किसान

 

हरियाणा के रेवाड़ी में एक किसान के खाते से साइबर ठगों ने 46 लाख रुपये साफ़ कर दिए.किसान को इसकी भनक तब लगी, जब वो पैसे निकलवाने के लिए बैंक में गया और बैंक पासबुक में ट्रांजेक्शन की एंट्री कराई. एक बड़ी रकम गंवा देने के बाद किसान का रो–रो कर बुरा हाल है. मामले में साइबर थाना पुलिस ने केस दर्ज किया गया है. शुरूआती तौर पर सामने आया है कि किसान के काफी पुराने मोबाइल नम्बर का इस्तेमाल करके ठगों ने धोखाधड़ी की है.

रेवाड़ी जिले के बावल के रहने वाले राजेन्द्र नाम के किसान का स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में खाता है. कोई एटीएम कार्ड भी नहीं बनवाया हुआ है. कुछ समय पहले राजेन्द्र ने अपनी जमीन बेची थी. इसकी राशी राजेन्द्र के खाते में जमा थी. चार अक्टूबर का राजेन्द्र को पैसे की जरूरत थी तो वो बैंक में पैसे निकलवाने गया था. जहाँ पास बुक में एंट्री कराई गई तो पता चला कि उसके खाते से 46 लाख रुपये की नगदी साफ़ हो चुकी है. इतनी बड़ी राशी खाते से साफ़ होने का पता लगते ही किसान के पैरों के नीचे से मानों जमीन खिसक गई हो. किसी तरह से पैसे वापिस आ जाएँ, इसके लिए किसान राजेन्द्र ने बैंक अधिकारी से शिकायत की , फिर बावल थाना में शिकायत की. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. जिसके बाद राजेन्द्र किसी को साथ लेकर रेवाड़ी साइबर थाना पहुंचे और शिकायत दर्ज कराइ.

कैसे किसान के साथ की गई ठगी

घटना के बाद किसान का रो –रो कर बुरा हाल है. वो बार –बार पुलिस से यहीं मांग कर रहा है कि किसी तरह से उसके पैसे वापिस दिला दिए जाएँ. इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जाँच शुरू कर दी है और पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि जल्द पता लगाएंगे कि पैसे आखिर कहां गए. शुरूआती तौर पर सामने आया है कि किसान राजेन्द्र का एक मोबाइल नम्बर बैंक खाते से अटैच था. जो नम्बर काफी समय पहले गुम हो गया था. राजेन्द्र ने वो नम्बर ना ही बंद कराया और ना ही बैंक खाते से हटवाया. किसान को जब जरूरत होती थी वो आधार कार्ड से पैसे निकलवा लेता था. इसी बात का ठगों ने फायदा उठाया और अलग –अलग समय पर कई ट्रांजेक्शन करके 46 लाख रुपये खाते से साफ़ कर दिए. पुलिस का कहना है कि मामले की जाँच जारी है. लेकिन वो साथ ही लोगों से अपील करते है कि साइबर फ्रोड से बचाने का जागरूकता ही एक मात्र तरीका है.

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