मौत के मुंह से खींच लाई सुहाग, किडनी देकर बचाई पति की जान…

 

भोपाल में इंटरव्यू देने गई एक लड़की और कंपनी के ऑनर की ये लव स्टोरी आज करवा चौथ पर पढ़िए। प्यार, इजहार से लेकर अपनी किडनी देकर पति की जान बचाने तक उनकी जिंदगी में कई मोड़ आए।

आज करवाचौथ है। इस दिन पत्नी अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जल व्रत रखती हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार ‘सावित्री’ अपने पति सत्यवान को ‘यमराज’ से खींच लाई थीं। आज भी ऐसे ही समर्पण, त्याग और प्यार की कई कहानियां हैं। हम भोपाल के एक कपल की ऐसी ही कहानी बता रहे हैं। ये कहानी मोना सिंह और विनोद कुमार पांडे की है। विनोद की हालत देख जब डॉक्टर भी डर गए थे तब मोना ने विनोद को किडनी देकर जान बचाई।  

पहले दोनों के बारे में जान लेते हैं…
मोना सिंह (31) आर्मी फैमिली से ताल्लुक रखती हैं। MBA मोना एयर इंडिया में भी काम कर चुकी हैं। वहीं, विनोद सतना के रहने वाले हैं। भोपाल में एचआर कंपनी चलाते हैं। दोनों मिलकर कंपनी संभालते हैं। उनका एक बेटा शौर्य है।

विनोद की सास ने कहा- मैं बनूंगी डोनर
विनोद को बीमार देख परिवार भी परेशान था, लेकिन सबसे ज्यादा फिक्र मोना की मां यानी विनोद की सास को थी। उन्हें जब पता चला कि ट्रांसप्लांट होना है, तो उन्होंने कहा ‘मैं दूंगी किडनी’। ब्लड ग्रुप भी मैच हो गया। किडनी ट्रांसप्लांट की प्रोसिजर लंबी होती है। पहले वह एम्स गए, वहां लंबी लीगल प्रोसिजर के कारण फिर बंसल अस्पताल में भी कंसल्ट किया। आखिरी वक्त पर मोना की मां की किडनी रिपोर्ट में कुछ गड़बड़ी मिली। उनकी किडनी में सूजन आ गई। विनोद ने भी मना कर दिया। कहा कि अब जितनी जिंदगी है, उसे अपने हिसाब से जीना है।

डॉक्टर भी हो गए थे इमोशनल
एक तो हमारी कम उम्र और फिर एक बेटा। ऑपरेशन थिएटर में जाने के दौरान यह देख डॉक्टर भी इमोशनल हो गए थे। फैमिली के साथ ऑपरेशन थिएटर के बाहर मेडिकल स्टॉफ भी प्रार्थना कर रहा था।

ऑफिस में भी कई को नहीं पता, हमने शादी कर ली
मोना बताती हैं कि हम दोनों ही बहुत शर्मीले स्वभाव के हैं। ऑफिस में बैलेंस बनाए रखते हैं। जानकर हैरानी होगी कि ऑफिस कई लोगों को नहीं पता कि हमारी शादी हो चुकी है। यहां तक कि बाहर भी कई लोग इस बारे में नहीं जानते।

फेस्टिवल है करवा चौथ
मोना कहती हैं कि करवा चौथ मेरे लिए फेस्टिवल की तरह है। 2017 तक हमने बहुत अच्छी तरह और यादगार तरीके से करवा चौथ मनाया। इसके बाद भी मनाया, लेकिन वो बात नहीं रही। ट्रांसप्लांट के बाद धीरे-धीरे जिंदगी पटरी पर आ रही है। अब ज्यादा से ज्यादा खुश और पॉजिटिव रहने की कोशिश करते हैं। मेरे व्रत का फल यही रहा कि मैंने पति की उम्र लंबी कर ली। इससे बढ़कर और कुछ नहीं हो सकता।

बिना एडिक्शन के भी फेल हो सकती है किडनी
अक्सर यह मिथ होता है कि किडनी अल्कोहल, सिगरेट या किसी तरह के एडिक्शन के कारण खराब या फेल होती है, लेकिन हर केस में ऐसा नहीं है। किडनी की प्रॉब्लम किसी को भी हो सकती है। इसके सिम्पटम्स को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह सीरियस प्रॉब्लम बन जाता है।

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