गाजियाबाद में दो साल की बच्ची को अगवा करके रेप किया। इसके बाद रेलवे लाइन के किनारे झाड़ियों में दरिंदे ने उसे फेंक दिया। बच्ची की हालत गंभीर है। उसकी आंतों में चोट आई है। शुरुआत में ये पता नहीं चल सका कि बच्ची कहां की रहने वाली है और उसे यहां तक कौन लाया। जांच के बाद बच्ची की मां तक पुलिस पहुंच गई। मां मानसिक रूप से अस्वस्थ है। दरिंदा उसकी बेटी को गाजियाबाद के कौशांबी बस अड्डे से उठाकर ले गया था।
बच्ची की हालत गंभीर है। वह मेरठ के LLRM मेडिकल कॉलेज में भर्ती है। इधर, गाजियाबाद पुलिस ने इस घटना के खुलासे के लिए पांच टीमें लगाई हैं। पुलिस 5 संदिग्ध युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
क्या हुआ था?
15 अक्टूबर की सुबह साढ़े 7 बजे लिंक रोड थाना क्षेत्र में PMD रोड रेल लाइन के पास झाड़ियों में दो साल की बच्ची रोती हुई मिली। इस रेल लाइन से लोग निकलते रहते हैं। मोहम्मद नौशाद नाम के व्यक्ति की नजर सबसे पहले इस बच्ची पर पड़ी। उसने तुरंत यूपी-112 नंबर पर खबर दी। बच्ची का प्राथमिक इलाज गाजियाबाद के महिला जिला अस्पताल में हुआ। प्रारंभिक जांच में रेप की पुष्टि हो गई। हालत गंभीर थी। डॉक्टरों ने बच्ची को तुरंत रेफर कर दिया।
बच्ची की आंतों में आई है गंभीर चोट
बच्ची को अब मेरठ के LLRM मेडिकल कॉलेज के पीकू वार्ड में रखा गया है। डॉक्टरों ने बताया कि आंतों में गंभीर चोट आई है। उसकी सर्जरी करनी पड़ेगी। सर्जरी से पहले उसको दूसरे ट्रीटमेंट दिए जा रहे हैं। बच्ची की सुरक्षा में गाजियाबाद पुलिस के दो जवान भी वार्ड के बाहर तैनात हैं।
20 दिन से कौशांबी बस अड्डे पर बच्ची संग घूमती थी महिला
कौशांबी बस अड्डे से रविवार को सूत्र ने गाजियाबाद पुलिस को खबर दी कि एक महिला अपनी बच्ची को ढूंढ रही है। इस खबर पर तुरंत लिंक रोड थाने की पुलिस बस अड्डे पर पहुंच गई। महिला मानसिक रूप से अस्वस्थ थी। पता चला कि ये महिला अपनी मासूम बच्ची के साथ करीब 20 दिन से बस अड्डे के आसपास ही रहती थी। वहां के दुकानदार उसको खाने-पीने के लिए सामान या रुपए दे देते थे।
लोगों ने जब इस महिला द्वारा बच्ची को ढूंढते हुए देखा और मीडिया में एक बच्ची के रेल पटरी किनारे मिलने की खबर पढ़ी तो उन्होंने पुलिस को सूचना देना उचित समझा। पुलिस ने बच्ची की फोटो उसकी मां को दिखाकर पहचान कर ली है। हालांकि, ये महिला कौन है, कहां की रहने वाली है, यहां कहां पर रहती है…इस बारे में कुछ पता नहीं चल पा रहा। पुलिस ने इसके लिए कुछ प्राइवेट काउंसलर की मदद ली है।
दिल्ली पुलिस और GRP टीम पहुंची गाजियाबाद
दिल्ली पुलिस और आनंद विहार रेलवे स्टेशन की GRP टीम भी 16 अक्टूबर को इस संबंध में गाजियाबाद के लिंक रोड थाने में पहुंची। GRP ने बताया कि शनिवार को एक महिला अपनी बच्ची को रेलवे स्टेशन पर ढूंढती हुई आई थी, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका था। आपको बता दें कि गाजियाबाद का कौशांबी बस अड्डा और दिल्ली का आनंद विहार रेलवे स्टेशन आमने-सामने हैं। दोनों में सिर्फ एक सड़क का फासला है। ऐसे में माना जा रहा है कि ये महिला अपनी बच्ची के साथ आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर भी घूमती होगी।
रेल लाइन के किनारे-किनारे बच्ची को ले गया आरोपी
कौशांबी बस अड्डे से घटनास्थल की दूरी करीब 5 किलोमीटर है। माना जा रहा है कि दरिंदा बच्ची को रेल लाइन के किनारे-किनारे लेकर गया और दरिंदगी के बाद उसको फेंककर भाग निकला। आशंका ये भी जताई जा रही है कि बच्ची उसने रेल लाइन के ऊपर ही फेंकी हो, जिससे कुछ और भी अनहोनी घटना हो जाए और फिर ये मामला यहीं दफन हो जाए। बच्ची की उम्र दो-ढाई साल है। ऐसे में वो पैदल चल-फिर सकती है। हो सकता है कि बच्ची रेल लाइन से चलकर खुद झाड़ियों में गिर गई हो और इसी वजह से वो जिंदा बच गई।
SP सिटी बोले- पांच संदिग्ध हिरासत में लिए
गाजियाबाद के SP सिटी (सेकेंड) ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि 15 अक्टूबर को लिंक रोड थाना क्षेत्र में कुछ लोग अपने बच्चों को छोड़ने के लिए रेलवे लाइन के किनारे जा रहे थे। इस दौरान उन्हें एक बच्ची घायल अवस्था में पटरी किनारे मिली थी, जिसके शरीर पर कपड़े नहीं थे।
एक महिला की तहरीर पर पुलिस ने IPC और पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज कर लिया गया है। इस केस के वर्कआउट में 5 टीमें लगाई गई हैं। बच्ची की मां का पता लगा लिया गया है। वो 15 दिन पहले कौशांबी बस अड्डे पर आई थी और यायावर की तरह रहती थी। वो भीख मांगकर गुजारा करती थी। महिला मंदबुद्धि है, इसलिए ज्यादा कुछ नहीं बता पा रही है। पुलिस ने इस मामले में पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया है। जल्द केस का खुलासा किया जाएगा।