बाहुबली पूर्व सांसद कपिल मुनि करवरिया अदालत में हुए पेश – खनन संबंधी मामले में एफटीसी कोर्ट ने किया था तलब
फतेहपुर। खनन संबंधी पूर्व मामले में बाहुबली पूर्व सांसद कपिल मुनि करवरिया को पुलिस अभिरक्षा में एफटीसी अदालत में पेश किया गया। जहां अदालत ने पूर्व सांसद को अगली सुनवाई के लिये 30 अक्टूबर को उपस्थित रहने का निर्देश दिया।
प्रयागराज जनपद निवासी एवं फूलपुर के बाहुबली सांसद की कपिल मुनि करवरिया की अदालत में पेशी को लेकर सुबह से ही न्यायालय परिसर व उसके आस पास भारी पुलिस बल तैनात था। सुरक्षा की दृष्टि से न्यायालय के आस-पास सादी वर्दी में भी पुलिस बल तैनात किया गया था। दोपहर लगभग तीन बजे जिलाधिकारी रहीं कल्पना अवस्थी के कार्यकाल में खनन संबंधी दर्ज एक मामले के लिये प्रयागराज जनपद की नैनी जेल में निरुद्ध पूर्व सांसद कपिल मुनि करवरिया को भारी पुलिस बल एवं समर्थकों के वाहनो के साथ पुलिस का काफिला वज्र वाहन के साथ जनपद न्यायालय पहुंचा। जहां से उन्हें एफटीसी महेंद्र सिंह पासवान की कोर्ट में पेश किया गया। बाहुबली पूर्व सांसद की पेशी के दौरान न्यायालय परिसर भारी पुलिस बल से छावनी बना रहा। वरिष्ठ अधिवक्ता संतोष तिवारी के ज़रिए अदालत में पेश हुए कपिल मुनि करवरिया को एफटीसी कोर्ट ने सुनवाई की अगली तिथि तीस अक्टूबर नियत करते हुए पूर्व सांसद को उपस्थित करने का निर्देश दिया। पूर्व सांसद की पेशी की जानकारी के फलस्वरूप उनके समर्थक सुबह से ही न्यायालय परिसर के अलावा बाहर डेरा डाले रहे। सुरक्षा को लेकर पुलिस ने भी चाक चौबंद व्यवस्था की थी। न्यायालय में पेशी के दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता सन्तोष द्विवेदी, व्यपार मंडल अध्यक्ष प्रदीप गर्ग, रवि तिवारी समेत बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे।
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सपा विधायक की हत्या में सज़ा काट रहे करवरिया
फतेहपुर। प्रयागराज जनपद की फूलपुर सीट से बसपा के टिकट पर सांसद रहे कपिलमुनि करवरिया, उनके भाई बारा विधानसभा के पूर्व भाजपा विधायक उदयभान करवरिया एव पूर्व एमएलसी सूरजभान करवरिया को सपा विधायक रहे जवाहर पंडित हत्याकांड के मुकदमे में नवंबर 2019 में उम्र कैद की सजा सुनाई जा चुकी है। पूर्व सांसद कपिलमुनि करवरिया सहित तीनों भाई लंबे समय से प्रयागराज जनपद की नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं। विदित रहे कि 1996 में सपा के तत्कालीन विधायक जवाहर पंडित की सिविल लाइंस काफी हाउस के निकट एके 47 से सड़क पर गोलियों से छलनी कर हत्या कर दी गई थी। उस मामले की जांच सीबीसीआइडी ने भी की थी।