देवियों का अपमान धार्मिक जनभावना और आस्था से खिलवाड़

         न्यूज वाणी अवधेश कुमार दुबे तहसील संवाददाता

खागा/फतेहपुर। लोगो में दिखा आक्रोश क्षेत्रीय लोग व्यवस्थापक एसडीएम खागा की कार्यशैली से नाराज दिखे लापरवाह ग्राम प्रधान हुआ जिम्मेदार अधिकारियों ने जन भावना तथा उनकी आस्था से किया खिलवाड़ व्यवस्था घाट पर नवरात्रि के उपरांत दुर्गा जी की मूर्तियों का विसर्जन जिस जगह पर किया गया अभी तक उनको जमीन पर खुले ही छोड़ दिया गया उनको मिट्टी से ढका नहीं गया जब की व्यवस्था यह थी कि सभी मूर्तियों को जमीन के अंदर ही गड्ढा खोदकर ढक दिया जाएगा लेकिन नवरात्रि के इतने दिन बीतने के बाद भी मूर्तियां उसी तरह खुले स्थान पर छोड़ दी गई हैं जिसकी सारी जिम्मेदारी खागा के सक्षम अधिकारी एसडीएम साहब ने संभाल रखी थी लेकिन यह क्या क्या जिम्मेदारों ने अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया स्थानीय लोगों ने लापरवाह अधिकारी तथा ग्राम प्रधान को दोषी ठहराया क्या इसी प्रकार से जनमानस की धार्मिक आस्था और उनकी भावनाओं से खिलवाड़ होता रहेगा जब प्रशासन ने ही यह जिम्मेदारी ली थी कि सभी मूर्तियों को गंगा किनारे गड्ढा खोदकर उनको जमीन के अंदर दफन कर दिया जाएगा तो यह मूर्तियां खुले मैं कैसे आज भी पड़ी हुई हैं 9 दिन तक लोगों ने पूजा उपासना की और फिर उन मूर्तियों का इस प्रकार से उपेक्षित पड़े रहना तो सरासर धर्म का अपमान दुर्गा का अपमान क्षेत्रीय जनता का अपमान है क्या सक्षम अधिकारी इस बात का संज्ञान लेंगे क्या इन मूर्तियों को ढका जाएगा या यूं ही साल भर यह अव्यवस्था की भेंट चढ़ जाएगी यह जिम्मेदारी जिले के आला अधिकारियों की भी थी लेकिन किसी ने उस तरफ पलट कर क्यों नहीं देखा क्या इन लोगों ने अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया है या यह इतने लापरवाह हो गए हैं कि इन्हें जनता की भावना या उनकी धार्मिक आस्थाओं से कोई लेना देना नहीं है अब देखना यह है कि कब तक इन मूर्तियों को ढका जाता है कब तक इनका सम्मान किया जाता है कब तक आम जनमानस की धार्मिक भावनाओं का सम्मान होगा।

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