अक्सर आपने सुना होगा कि बेटे की चाह में बेटी को मार डाला लेकिन कर्नाटक के मंगलुरु से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, यहां एक महिला ने बेटी की चाह में अपने 10 दिन के नवजात बेटे की हत्या कर दी। मामला सुलिया तालुक जिले के कूटकुंजा गांव है। पुलिस मामला दर्ज कर महिला की तलाश कर रही है।
पुलिस ने बताया कि महिला की पहचान पवित्रा के रूप में हुई है। जिस पर शिकायत के आधार पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत केस दर्ज कर लिया है। आरोपी महिला की भाभी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। वहीं महिला बच्चे को कुएं में फेंककर ही फरार है।
पुलिस ने शिकायत के आधार पर बताया कि आरोपी महिला ने 19 अक्टूबर को मेंगलुरु के एक अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया था। पवित्रा जब गर्भवती हुई तो वह चाहती थी कि लड़की पैदा हो, लेकिन उसके बेटा पैदा हुआ, इच्छा पूरी न होने बाद वह गुमसुम सी रहने लगी। इसके बाद उसने नवजात बच्चे को कुएं में फेंक दिया।
आगे उन्होंने बताया कि पवित्रा प्रसव के बाद से ही परेशान थी, वह लड़का होने से इतनी नाराज थी कि अपने बच्चे को उसने स्तनपान भी नहीं कराया था। शिकायत के मुताबिक शनिवार शाम को महिला अपने बच्चे को लेकर कमरे से बाहर निकली और अपनी भाभी से कहा कि उसे बच्चा पसंद नहीं है और उसने बच्चे को सामने वाले कूएं में फेंक दिया, इसके बाद वह घर से भाग गई।
इसके बाद 10 दिन को नवजात को कूएं से निकालने के बहुत प्रयास किए, जिसके बाद बच्चे को बड़ी मुश्किल से कूएं से निकाला गया। आनन-फानन में बच्चे को एक सरकारी अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने नवजात को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला की यह दूसरी शादी थी। उसकी यह शादी करीब एक साल पहले तुमकुरु जिले के शिरा तालुक के मणिकांत से हुई थी। पवित्रा की पहली शादी बेंगलुरु के एक व्यक्ति से हुई थी। पुलिस ने बताया कि महिला को जल्द से जल्द पकड़ लिया जाएगा।