कैमूर में ओवरलोड और अवैध बालू लदें वाहनों के परिचालन से परेशान ट्रक एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष ने डीएम को आवेदन देकर सपरिवार आत्मदाह करनें का किया मांग।

कैमूर में ओवरलोड और अवैध बालू लदें वाहनों के परिचालन से परेशान ट्रक एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष ने डीएम को आवेदन देकर सपरिवार आत्मदाह करनें का किया मांग।

न्यूज़ वाणी ब्यूरो शोएब खान

दुर्गावती ( कैमूर ) जिलें में बालू लदे ओवरलोड वाहनों का परिचालन बदस्तूर जारी हैं,जिससे सरकार के नियमों के अनुसार चलने वाले अंडरलोड वाहन मालिकों को काफी नुकसान हो रहा हैं। ट्रक एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष ने कैमूर जिलाधिकारी नवदीप शुक्ला को आवेदन देकर सपरिवार आत्महत्या करनें का मांग किया हैं। जिसके बाद प्रशासनिक महकमें में खलबली मच गई हैं। वैसें तो बालू लदे ओवरलोड वाहनों को रोकने के लिए परिवहन,खनन,थाना और टोल प्लाजा पर तैनात मजिस्ट्रेट और पुलिस बल मौजूद हैं,उसके बावजूद भी कैमूर जिलें में प्रतिदिन सैकड़ों बालू लदे ओवरलोडेड वाहनों का परिचालन बदस्तूर जारी हैं। जिससे नाराज होकर भाईचारा ऑल इंडिया ट्रक एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने सरकारी सिस्टम से तंग आकर और सरकार के नियमों का पालन करतें हुए अंडरलोड गाड़ी चला कर परिवार का माली हालत सुधारने में अक्षम बताते हुए जिलाधिकारी को आवेदन देकर सपरिवार आत्महत्या करनें का मांग किया हैं। जिससे कि उनके मरने के बाद किसी को मरने का दोषी नहीं माना जाए। रोहतास के सोन नदी का पीला बालू उत्तर प्रदेश में काफी डिमांड हैं,जिसे पीला सोना भी कहा जाता हैं। जिसका ओवरलोड और अवैध ढुलाई बदस्तूर कैमूर के रास्ते अधिकारियों की सांठगांठ से जारी हैं।
वहीं जानकारी देते हुए भाईचारा ऑल इंडिया ट्रक एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने बताया मैं अपने यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष के साथ-साथ एक ट्रक मालिक हूं। हमारे कैमूर जिला में जितनी भी गाड़ियां चल रहीं हैं वह सभी ओवरलोड बालू की गुजर रहीं हैं। हमारी गाड़ी अंडर लोड करके आई हैं जो दशहरा दीपावली से ही सारी गाड़ियां खड़ी हैं। मेरी गाड़ी अंडर लोड होंने के कारण उस बालू का खरीदार कोई नहीं मिल रहा। जो अवैध खनन और ओवरलोड हमारे जिला में चल रहीं हैं उसका बालू सस्ता होंने के कारण तुरंत बिक जा रहा। जिसको लेकर मैं डीएम से मिला,उन्होंनें जिला परिवहन पदाधिकारी को अभियान लगाने का निर्देश दिया हैं। एक नवंबर से 3 नवंबर तक दो सौ से 400 गाड़ियां टोल टैक्स बालू लदे ओवरलोड निकल गई। अधिकारी अभियान लगाकर गाड़ियों को पकड़ रहें हैं तो यह गाड़ियां कैसे टोल प्लाजा पार कर यूपी के बॉर्डर तक कर्मनाशा पहुंच गई। टोल प्लाजा से आंकड़ा निकालकर भी देखा जा सकता हैं। जब इतने अधिकारी को जिम्मेदारी मिला हैं इन वाहनों पर लगाम लगाने के लिए तो यह अधिकारी आखिर मौजूद कहां रहते हैं कि गाड़ियां निकल जाती हैं। इसको रोकने के लिए कैमूर में सभी विभाग के मिलाकर कुल 18 पदाधिकारी को लगाया गया हैं,लेकिन यह अधिकारी निकलते हैं सड़क पर जब सारी गाड़ियां एक जगह इकट्ठे हो जाती हैं तो वह हट जाते हैं और जब सारी गाड़ियां पार हो जाती हैं तो फिर यह सड़क पर चले आते हैं। जिससे परेशान होकर मैंने जिलाधिकारी को आवेदन देकर गुहार लगाया हैं कि ओवरलोड और अवैध खनन को बंद करा दिया जाए। जब सरकार का निर्देश अंदर लोड चलाने का हैं तो उसे चलाया जाए और नहीं ऐसा होता हैं तो हमारे घर के लोग दाने-दाने को मोहताज हो गए हैं। गाड़ी का किस्त फेल हो गया हैं, सारा डॉक्यूमेंट फेल हैं। अगर सड़क पर गाड़ी निकली तो परिवहन विभाग विभिन्न प्रकार का फाइन हमारे गाड़ी पर लगाएगा। मेरे साथ सारी परेशानियां सरकार के नियमों का पालन कर अंडरलोड चलने की वजह से उत्पन्न हुई हैं। इसलिए हमने यह डिसाइड किया की किसी को ना बता कर आत्महत्या कर लिया जाए,फिर सोचे कि जब एक घर से 8 अर्थी निकलेंगी तो गांव और रिश्तेदार दोनों दोषी हो जाएंगें। इसलिए हमने जिलाधिकारी को आवेदन देकर 5 नवंबर तक आत्महत्या करने का इजाजत मांगा हैं क्योंकि मुझें नहीं लगता कि कैमूर जिलें में ओवरलोड पूरी तरह बंद हो जाएगा। मैं अभी रोड पर ही खड़ा हूं सारी गाड़ियों ओवरलोड गुजर रहीं हैं।

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