गंगा की निर्मलता के लिए सभी जल तीर्थों की स्वच्छता आवश्यक – गंगा समग्र मां गंगा व सहायक नदियों के संवर्धन के लिए संकल्पित
खागा/फतेहपुर। राष्ट्रीय नदी दिवस पर नौबस्ता घाट में गंगा गोष्ठी आयोजित हुई। गोष्ठी का शुभारंभ गंगा समग्र, बुंदेलखंड राष्ट्र समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण पांडेय और उप जिलाधिकारी ने मां गंगा पर माल्यार्पण और दीप जलाकर किया।
मुख्य वक्ता गंगा सेवक प्रवीण पांडेय ने कहा कि नदियों को जीवन देने में तालाबों और वनों की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। गंगा को अविरल बनाने के लिए तालाबों और छोटी नदियों को संवारना आवश्यक है। इसके लिए गंगा समग्र समाज के जागरण में लगा हुआ है। गंगा और अन्य नदियों को अविरल-निर्मल बनाने के काम हम सबको मिलकर करना है। नगरीकरण की अंधी दौड़ और अविवेकपूर्ण ढंग से भूमिगत जल के दोहन ने गंगा के साथ दूसरी नदियों को सर्वाधिक नुकसान पहुंचाया है। गंगा प्रदूषण मुक्त हों इसका प्रवाह गुणवत्ता युक्त, अविरल और निर्मल हो। यह समाज की भी जिम्मेदारी है, क्योंकि यह उसके अस्तित्व से जुड़ा विषय है। उन्होंने कहा कि अपने घर और खेतों को विषमुक्त करना आवश्यक है। साथ ही वर्षा जल का अधिक से अधिक संचय करने के प्रबंध करने होगे। धरती पर वर्षा जल को रोककर ही छोटी नदियों को जीवन दिया जा सकता है इसलिए नदियों के जीवन के लिए जल प्लावित तालाबों का होना बहुत महत्वपूर्ण है। प्रवीण पाण्डेय ने कहा कि समाज के हर व्यक्ति को जल तीर्थों के प्रति कर्तव्य को पवित्र भाव से समझना होगा। अगर नदियों की सेहत खराब होगी तो स्वस्थ समाज की कल्पना संभव नहीं है। स्वस्थ समाज के लिए निर्मल जलतीर्थ अपरिहार्य हैं। श्री पाण्डेय ने कहा कि गंगा और अन्य नदियों को अविरल बनाने के लिए वर्षा जल को धरती की सतह पर रोकना आवश्यक है। गंगा की निर्मलता के लिए सभी जल तीर्थों की सफाई आवश्यक है। निर्मलता व अविरलता के लिए गंगा में मिलने वाली हर धारा को निर्मल और अविरल करना होगा। उन्होंने कहा कि समाज को समय के सापेक्ष व्यवहार करने की आदत डालनी होगी। उन्होंने चित्रकूट में मंदाकिनी और चक्रवर्ती सम्राट भरत के बाल्यकाल की साक्षी रही मालन नदी की दुर्दशा की ओर ध्यानार्कषण कराया। उन्होंने विकास को सतत, नियोजित और तर्कसंगत बनाने का आह्वान किया। उपजिलाधिकारी मनीष कुमार ने कहा कि गंगा को निर्मल करने के लिए संपूर्ण समाज को भागीरथ की तरह तप करना होगा। गंगा जीवंत ही नहीं, बल्कि मृत लोगों का भी कल्याण करती हैं। गंगा समग्र धाता विकास खंड द्वारा निष्पक्ष देव विद्या मंदिर इंटर कालेज में आयोजित गोष्ठी में मुख्य वक्ता जिला प्रचारक आरएसएस चंदन जी अध्यक्ष गंगा समग्र के जिला संयोजक राम प्रसाद विश्वकर्मा द्वारा की गई। गोष्ठी में नदियों के संरक्षण में बच्चो की भूमिका पर विस्तार से वर्णन किया गया। गंगा समग्र के राम प्रसाद, राजेश कुमार, सीताराम, लल्लन सिंह, रामशरण प्रजापति, राकेश तिवारी, अखिलेश कुमार, वन अधिकारी सचिदानंद सिंह, देव दत्त, शेर सिंह, शैलेंद्र आदि रहे।