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हज़रत छिंगा शाह दाता की मजार में जस्ने गौसुल वरा (जलसा) अकीदत से मनाया गया
शाह आलम वारसी
शाह/फ़तेहपुर गाजीपुर थाना क्षेत्र के शाह कस्बे में पीरान-ए-पीर दस्तगीर हजरत शेख अब्दुल कादिर जिलानी गौस-ए-पाक की ग्यारहवीं शरीफ रविवार की शाम अकीदत और खुलूस के साथ मनायी गयी। सुबह हज़रत मसीह उद्दीन अलैह रहमा उर्फ छिंगा शाह दाता की मजार पे कुरआनख्वानी हुई बाद नमाज़ ईशा जस्ने गौसुलवरा क़ा प्रोग्राम हुआ इसके फातिहाख्वनि बाद मुल्क में अमन चैन की दुआ मांगी गयी। देररात तक चले जश्ने गौसुलवरा की महफिल में नात पेश कर समा बांध रखा। वहीं हजरत कारी अब्दुल माजिद साहब ने कहा कि अल्लाह ने पीरान-ए-पीर दस्तगीर हजरत शेख अब्दुल कादिर जिलानी गौस-ए-पाक को गौसियत (वलियों का सरदार) का मुकाम दिया है। गौस पाक के बताए हुए रास्ते पर चलने की नसीहत दी। नमाज के बारे में तफसील से बयान किया। कहा कि नमाज ही हर मसले का हल है। पाबंदी ए वक्त के साथ नमाज को हर शख्स को पढ़ना चाहिए। हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु अलेह वसल्लम के बताए हुए रास्ते पर चलकर दुनिया में तरक्की का रास्ता पाया। मौलाना लुकमान साहब नें तक़रीर में गौस पाक के बताए हुए रास्तों की अमल करने की अपील की वहीं नात खवा हसीब रजा फतेहपुरी व मौलाना इरशाद,हाफिज़ जावेद बकाई ,हाफिज़ ताहिर रज़ा,मौलाना फिदा हुसैन ने नाते नबी का नजराना पेश कर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। जलसा गौसुल वरा खत्म होने के बाद आए हुए लोगों में तबर्रुक वितरित किया गया। इस मौके पर पत्रकार शाह आलम वारसी,फ़िरोज़ आलम (बब्लू), अच्छन,सलीम, अफरोज आलम वारसी,शाहिद आलम,भोला ख़ान, निसार(पप्पू),राजा सिद्दीकी,गौस मोहम्मद,समेत सैकड़ों की तादात में लोग मौजूद रहे। शाह आलम वारसी ने सभी के प्रति शुक्रिया अदा की।