चंदौसी स्टेशन पर बरेली-अलीगढ़ पैसेंजर ट्रेन में हत्या के बाद जिस युवती का शव मिला था, उसके साथ दुष्कर्म भी हुआ था। स्लाइड जांच में दुष्कर्म की पुष्टि के बाद पुलिस ने हत्या के अलावा दुष्कर्म की धारा बढ़ा दी है। इस मामले में बरेली जीआरपी के सिपाही नीरज कुमार समेत चार लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा है। आरोपी सिपाही निलंबित कर दिया है। बरेली में निजी कंपनी में नौकरी करने वाली अलीगढ़ निवासी 23 वर्षीय युवती का शव 29 जून को बरेली से अलीगढ़ जाने वाली पैसेंजर ट्रेन की दिव्यांग बोगी में मिला था। पोस्टमार्टम में गला दबाने की पुष्टि होने पर चंदौसी जीआरपी थाने में अज्ञात पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
युवती के परिजनों ने कॉल रिकॉर्डिंग और पुरानी बातचीत के आधार पर चार लोगों पर संदेह जताया था। इसके बाद जीआरपी ने बरेली के कारपेंटर इश्तियाक अहमद, बरेली की निजी कंपनी में काम करने वाले शाहजहांपुर के एसआर राजपूत उर्फ शीशराम, अलीगढ़ के अवधेश कुमार और बरेली जीआरपी के सिपाही नीरज कुमार को मामले में आरोपी बनाया था।
पोस्टमार्टम के समय बनाई गई स्लाइड की जांच में युवती के साथ दुष्कर्म की बात सामने आई है। स्लाइड रिपोर्ट मिलने पर पुलिस ने दुष्कर्म की धारा बढ़ाने के साथ चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी रेलवे अपर्णा गुप्ता ने बताया कि चारों को जेल भेज दिया गया है। इनमें शामिल बरेली जीआरपी के सिपाही नीरज कुमार को निलंबित कर दिया है।
डीएनए जांच के लिए सैंपल लेंगे
एसपी अपर्णा गुप्ता ने बताया कि युवती के साथ दुष्कर्म के आरोपियों की पहचान करने के लिए डीएनए जांच कराई जाएगी। डीएनए जांच के लिए चारों आरोपियों का सैंपल लिया जाएगा।
ट्रेन में ही हुई थी हत्या
चंदौसी जीआरपी टीम की शुरुआती जांच में युवती के बरेली स्टेशन पर खुद ट्रेन में सवार होने की बात सामने आई है। इससे स्पष्ट हो गया है कि युवती की हत्या ट्रेन में ही की गई थी।