कानपुर में बिधनू के खड़ेश्वर गांव में परचून दुकानदार कुबेर सिंह की हत्या के लिए सिर व गर्दन पर तब तक वार किए गए जब उनकी सांसें थम नहीं गईं। ताकि जिंदा रहने की कोई गुंजाइश न रहे। शरीर भर में जख्म ही जख्म मिले हैं। नफरत में हत्या करने की आशंका है। पुलिस की जांच में एक बांदा कनेक्शन सामने आया है।
रंजिश व लेनदेन की बात सामने आ रही है। देर रात पुलिस की टीम ने वहां दबिश देकर संदिग्धों को हिरासत में लिया है। तफ्तीश जारी है। घटनास्थल पर खून ही खून बिखरा पड़ा था। जब फोरेंसिक टीम ने शव को बाहर निकाला तो वह भी स्तब्ध रह गई। सिर पूरी तरह से कूंचा गया था।
फोरेंसिक एक्सपर्ट के मुताबिक जिस तरह से कुबेर की हत्या की गई, उसमें एक से अधिक लोगों की शामिल होने की संभावना है। कोई अकेला इस तरह से वारदात को अंजाम नहीं दे सकता। जिस भारी हथियार से कुबेर पर हमला किया गया, वह भी बरामद नहीं हो सका है।
खंभे का बल्ब तोड़ा, मीटर से बिजली काटी
साजिश के तहत वारदात को अंजाम दिया गया। कुबेर के घर के बाहर लगे बिजली के खंभे में एक बल्ब लगा था। जिससे उनके घर व आसपास रोशनी रहती थी। हत्यारों ने यह बल्ब तोड़ दिया था। वहीं घर के भीतर जब जांच हुई तब दिखा कि मीटर से बिजली के तार कटे हुए हैं। जिससे घर की बिजली सप्लाई बंद हो गई थी। उसके बाद वारदात को अंजाम दिया गया।
पहलवान पर शक
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला कि बांदा निवासी किसी पहलवान का कुबेर से परिचय था। उनसे दो-तीन लाख रुपये का लेनदेन भी चल रहा था। जानकारी के मुताबिक पहलवान की महिला रिश्तेदार कुबेर के घर आती थी। कई-कई दिन रुकती थी। इस बिंदु पर पुलिस तफ्तीश कर रही है।
घटनास्थल पर पड़ा मिला मोबाइल
कुबेर की-पैड वाला मोबाइल इस्तेमाल करते थे। वह घटनास्थल पर ही फोरेंसिक टीम ने बरामद किया है। फोरेंसिक टीम ने दरवाजों, तालों और डीप फ्रीजर से फिंगर प्रिंट इकट्टा किए। जानकारी के मुताबिक फिंगर प्रिंट दो से तीन लोगों के हैं।
चूंकि कुबेर के पास कोई प्रॉपर्टी नहीं थी। न ही कोई अन्य प्रॉपर्टी विवाद सामने आया। इसलिए पुलिस ने प्रॉपर्टी विवाद में वारदात को अंजाम देने के शक को नकार दिया है। अन्य पहलुओं पर जांच जारी है।