फतेहपुर।न्यूज वाणी प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हाल ही में एक बड़ा बयान जारी करते हुए मुगल सराय जंक्शन का नाम बदल कर पंडित दीनदयाल उपाध्याय, फैजाबाद जनपद का नाम अयोध्या और इलाहाबाद का नाम बदल कर प्रयागराज रखने की घोषणा की गयी है। सरकार की ओर से अपने आदेशों का पालन कराने और सरकारी दस्तावेजों में इन स्थानों का नाम परिवर्तित किये जाने का आदेश भी जारी किया जा चुका है
नाम परिवर्तित हो जाने से उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों में भी जनपद के नाम भी परिवर्तित कर दिए गए हैं यूं तो इस बड़े फैसले पर प्रदेश सरकार का काफी पैसा खर्च हुआ परन्तु रोजवेज विभाग पर सरकार के आदेशों का पालन पूरी तरीके होता नजर नहीं आ रहा है जिसका अंदाजा रोडवेज बस स्टैंड पर खड़ी एक रोडवेज बस को देखकर लगाया जा सकता है। जिसमे आज भी इलाहाबाद जनपद का नाम परिवर्तित कर प्रयागराज नही किया गया और बस पुराने नाम से चल रही है इसे परिवहन विभाग की लापरवाही कहा जाए या मुख्यमंत्री के आदेशों की धज्जियां उड़ाना यह तो परिवहन विभाग के सक्षम अधिकारी ही बता सकते हैं। आखिरकार यह बस उनकी नजरों के सामने से कैसे छूट गई यह समझ से परे है। जनपदों के नाम परिवर्तित होने के बाद परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने भी सभी रोडवेज परिवहन बसों की डेंटिंग पेंटिंग के साथ इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज व फैजाबाद का नाम अयोध्या लिखने का आदेश दिया था परन्तु अफसरो की लापरवाही के कारण बसों पर जनपदों के पुराने नाम ही अंकित है। और परिवहन विभाग के अधिकारी मुख्यमंत्री के आदेशों को ताक पर रखकर अपना उल्लू सीधा करते नजर आ रहे हैं मुख्यमंत्री इन अधिकारियों के ऊपर अपना रुख बदलेंगे या फिर वही पुराना रवैया चलता रहेगा यह तो समय ही बतायेगा।