जिला कारागार में लगा विधिक साक्षरता व जागरुकता शिविर – निरीक्षण में व्यवस्थाएं मिली दुरूस्त, बंदियों को बनाया जा रहा आत्मनिर्भर
फतेहपुर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में जनपद न्यायाधीश रणंजय कुमार वर्मा के दिशा निर्देशन में कोविड-19 के संबंध में जारी दिशा निर्देशों का पालन करते हुये जिला कारागार में जेल निरीक्षण एवं विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन किया। विधिक जागरुकता शिविर में महिला बंदियो एवं पुरुष बंदियों उनके विधिक अधिकारों की जानकारी दी गयी। जिसमें बंदियों के हित में आयोजित नालसा द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी दी गयी। इसके बाद जिला कारागार में महिला बैरक के महिला बंदियों को असिस्टेन्ट ब्यूटी केयर का प्रशिक्षण हेतु 105 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ जन शिक्षण संस्थान के विजय कुमार श्रीवास्तव एवं उनकी टीम द्वारा विचाराधीन बंदियो एवं जीविकापार्जन हेतु किया गया। शुभारम्भ पर अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अर्पणा त्रिपाठी ने विचाराधीन बंदियों को प्रोत्साहित किया। ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण प्राप्त कर महिला बंदी अपने न सिर्फ आत्मनिर्भर बनने अपितु समाज का विकास किये जाने को भी प्रेरित किया। साथ ही इनके द्वारा जेल अधीक्षक को शुभकामनाएं भी दी गईं। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव रोमा गुप्ता ने महिला बंदियों को प्रेरित करते हुये बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से न सिर्फ आप सभी आत्मनिर्भर बनेगी बल्कि अपने जीविकोपार्जन चलाने हेतु आपके पास एक सरल साधन उपलब्ध होगा। जिला कारागार में बने सभी बैरिकों का निरीक्षण किया गया। बंदियों से उनकी समस्याओं एवं अधिवक्ताओं से संबंधित जानकारी की गयी। बन्दियों ने अधिवक्ता मिलना बताया एवं किसी भी बंदी को कोई समस्या नहीं है। प्रातःकाल में मिलने वाले भोजन के संबंध में जानकारी की गयी। जिसमे सभी ने भोजन साफ एवं समय से मिलना बताया। अस्पताल वार्ड का भी निरीक्षण किया गया। जिसमें 18 बन्दी कारागार चिकित्सालय में भर्ती पाये गये। अस्पताल में साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था पायी गयी। इस मौके पर जेल अधीक्षक मो. अकरम खान, जेलर संजय चन्द्र, अंजनी कुमार डिप्टी जेलर उपस्थित रहे।