स्वामी ब्रह्मानंद का जीवन शिक्षा उत्थान के लिए रहा समर्पित: प्रवीण – बुंदेलखंड राष्ट्र समिति चार दिसंबर को मनायेगी स्वामी जी की जयंती

खागा/फतेहपुर। बुंदेलखंड राष्ट्र समिति चार दिसंबर को बुंदेलखंड में शिक्षा की अलख जगाने वाले स्वामी ब्रह्मानंद की जयंती मनायेगी। तत्पश्चात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बुंदेलखंड को अलग राज्य घोषित किये जाने की मांग एक बार फिर उठाई जायेगी।
समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण पांडेय ने बताया कि स्वामी ब्रह्मानंद ने शिक्षा से दूर गरीब एवं पिछड़ों तक शिक्षा पहुंचाने के लिए जो संघर्ष किया है, वह अतुलनीय है। स्वामी जी ने समाज सुधार के लिए कई कार्य किए। दबे कुचले लोगों को आगे बढ़ाने का कार्य किया। आजादी के समय भी उन्हें कई बार जेल भी जाना पड़ा। स्वामी जी ने बचपन से ही समाज में फैली कुरीतियों, अंधविश्वास व अशिक्षा का विरोध किया। समाज को मुख्य धारा में जोड़ने का भरकस प्रयास किया। उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उनके द्वारा समाज के लिए जो योगदान दिया गया है वह हर किसी को याद करना चाहिए। जिला जालौन में जिलाध्यक्ष प्रशांत अवस्थी, बांदा में समिति के प्रमुख सचिव डालचंद्र एडवोकेट, जिलाध्यक्ष रामराज कुशवाहा, महोबा में राष्ट्रीय संयोजक तारा पाटकर, जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र एडवोकेट, हमीरपुर में जिलाध्यक्ष केपी राजपूत, युवा मोर्चा अध्यक्ष पुष्पेंद्र सैनी, दतिया में जिलाध्यक्ष अभिषेक शर्मा, टीकमगढ़ में धर्मेंद्र सिंह बुंदेला, छतरपुर में प्रशांत शर्मा, झांसी में संगठन महामंत्री यज्ञेश गुप्ता, महानगर अध्यक्ष मनोज साहू, चित्रकूट में सोनू पांडेय, प्रशांत उपाध्याय, निवाड़ी के संरक्षक स्वामी सत्यनाथ, खागा में राम प्रसाद विश्वकर्मा, जनार्दन त्रिपाठी, किशनपुर में गुड्डन जायसवाल, खखरेरू में कोमल मोदनवाल, धाता में उत्कर्ष जायसवाल व फतेहपुर में देवव्रत त्रिपाठी, अंशू सिंह परमार के नेतृत्व में कार्यक्रम आयोजित होंगे।

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