फतेहपुर। मलवां ब्लाक के ग्राम डीघ में प्रधान द्वारा आबादी के समीप कराये जा रहे शवदाह गृह निर्माण को रोके जाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया तत्पश्चात जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपकर शवदाह गृह निर्माण रोके जाने की आवाज उठाई।
जिलाधिकारी को दिये गये ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि आबादी से सटा हुआ एक क्षेत्र है जहां पर अत्यधिक अनुसूचित जाति के लोगों के घर है। आबादी गांव के पूरब दिशा में लगभग सौ मीटर की दूरी पर है। ग्राम सभा के आस-पास कब्रिस्तान के लिए सरकारी जमीन पड़ी है। जहां पर शवदाह गृह निर्माण प्रस्तावित है लेकिन प्रधान ने चुनावी रंजिश के चलते अनुसूचित जाति से सटे हुए गाटा संख्या 3323 पर शवदाह गृह का निर्माण शुरू करवा दिया है। जबकि इस गाटा संख्या के समीप एक विद्यालय करीब दस वर्षों से संचालित हो रहा है। बताया कि इस विद्यालय में लगभग छह सैकड़ा बच्चे अध्ययनरत हैं। यदि इस स्थान पर शवदाह गृह बन गया तो आबादी के लोगों के साथ विद्यार्थियों पर गंभीर प्रदूषण का प्रभाव पड़ेगा। बताया कि वर्तमान समय में कोरोना व तमाम अन्य प्रकार के संचारी रोग प्रभावी हैं। ऐसी स्थिति में प्रधान व उनके साथियों द्वारा जातिगत रंजिश के तहत अनुसूचित जाति के बहुतायत विद्यार्थी वाले विद्यालय को गिराने की गरज व बंद कराने के मकसद से नाना प्रकार के षड़यंत्र रचे जा रहे हैं। बताया कि गांव में तनाव भी व्याप्त है। बताया कि इस मामले को लेकर पहले भी तत्कालीन जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया गया था लेकिन अब तक निर्माण कार्य में रोक नहीं लगी है। ग्रामीणों ने डीएम से मांग किया कि गाटा संख्या 3323 पर बन रहे शवदाह गृह को रोका जाये और प्रस्तावित भूमि पर ही शवदाह गृह का निर्माण कराया जाये। इस मौके पर ममता देवी, सावित्री, रेखा, सरोज देवी, उर्मिला देवी, संगीता, सीमा, सुनीता, किरन आदि मौजूद रहीं।