हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले का डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज नाहन एक बार फिर अपनी नाकामियों के चलते सुर्खियों में है. इस बार मामला अस्पताल में भर्ती मरीजों के भोजन से जुड़ा है. अस्पताल के ऑर्थो वार्ड में भर्ती मरीजों को परोसे गए खाने में कीड़े निकलने के बाद अस्पताल प्रबंधन पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं. दूसरी और, अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदारों ने लापरवाही के आरोप लगाए हैं.
जानकारी के अनुसार, मेडिकल कॉलेज के ऑर्थो वार्ड में यह खाना परोसा गया था. अस्पताल मेस की ओर से खाने में आलू, सोयाबीन न्यूट्री, चावल और दाल परोसी गई थी. इस दौरान सोयाबीन न्यूट्री के भीतर कीड़े पाए गए. डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सहायक अधीक्षक डॉ सुनील कक्कड़ ने बताया कि अस्पताल में भर्ती मरीजों को परोसे जाने वाले भोजन में कीड़े निकलने का मामला सामने आया है, जिसको लेकर जांच कमेटी का गठन किया गया है उन्होंने कहा कि ओर्थो वार्ड मे ड्यूटी पर तैनात महिला की तरफ से प्रबन्धन तक सूचना पहुंची है.
सहायक अधीक्षक डॉ सुनील कक्कड़ की तरफ से कहा गया है की रिपोर्ट मिलने के बाद लापरवाही बरतने वाले कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. मरीजों के स्वास्थ्य के साथ किसी भी तरह का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा की आमतौर पर प्रबन्धन द्वारा खाने की जांच की जाती है और उसके बड़ा ही मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों को खाना दिया जाता है.
हिमाचल का सबसे पुराना मेडिकल कॉलेज
नाहन मेडिकल कॉलेज हिमाचल के सबसे पुराने मेडिकल कॉलेज में शुमार है. कांगड़ा के टांडा और शिमला के आईजीएमसी मेडिकल कॉलेज के अलावा, यह संस्थान हिमाचल के शुरुआत दिनों में गठित हुआ था. हिमाचल के पहले मुख्यमंत्री आईएस परमार के नाम पर इसका नाम रखा गया था. अक्सर इस मेडिकल कॉलेज में लापरवाही के आरोप लगते रहते हैं और संस्थान चर्चा में रहता है.