उरौली खंड में पोकलैंड मशीनों से जमकर हो रहा अवैध खनन – ओवर लोड वाहनों के संचालन से बर्बाद हुई सड़क – एनजीटी के मानकों को दर किनार कर चल रहे खनन पर प्रशासन साधे चुप्पी
फतेहपुर। प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश में अवैध मौरंग खनन को रोकने के लिए तरह-तरह के प्रयास कर रही है वहीं इन दिनों जिले में अवैध खनन अपने चरम पर है। ललौली थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली उरौली खंड संख्या-7 में एनजीटी के मानकों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। बड़ी-बड़ी पोकलैंड मशीनों से दिन-रात जमकर अवैध खनन किया जा रहा है और वाहनों में भी जमकर ओवर लोडिंग चल रही है। इस ओवर लोडिंग की वजह से अभी हाल ही में विधायक निधि से बनी सड़क फिर जर्जर हो गई है। जिससे क्षेत्रीय लोगों में काफी रोष व्याप्त है।
अवैध खनन के कारोबार में लगे माफियाओं को अब किसी का भय नहीं रह गया है। पैसों की खनक दिखाकर यह माफिया मौरंग का जमकर अवैध खनन कर रहे हैं। इसकी बानगी उरौली खंड संख्या-7 में देखी जा सकती है। उरौली खंड चलाने वाले माफिया को शायद किसी का खौफ नहीं है जिसके चलते वह बड़ी-बड़ी पोकलैंड मशीनों से खनन करवा रहे हैं। अवैध खनन एक ऐसी बीमारी है जिसका शायद ही कोई इलाज हो, क्योंकि प्रदेश सरकार द्वारा तो तरह-तरह के नियम बनाये जाते हैं लेकिन इन नियमों पर स्थानीय स्तर पर कितना अमल होता है यह किसी से छिपा नहीं है। उरौली मौरंग खदान में दिन-रात पोकलैंड मशीनें चल रही हैं। इतना ही नहीं एनजीटी के नियमों को भी दरकिनार कर दिया गया है। खदान से ओवर लोड वाहन भी जमकर निकल रहे हैं। ओवर लोड वाहनों के चलते कुछ ही दिनों पूर्व विधायक निधि से निर्मित कराई गई सड़क एक बार फिर जर्जर हो गई है। जिसके चलते लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। इस अवैध खनन की जानकारी समय-समय पर प्रशासन को होती रहती है। इसके बावजूद खनन अधिकारी समेत अन्य जिम्मेदार लोग अपनी आंखे मूंदे बैठे हुए हैं। अवैध खनन का यह खेल काफी समय से चल रहा है। कुछ दिनों पूर्व यह खदान जर्जर सड़क की वजह से बंद हो गई थी। विधायक निधि से सड़क निर्मित होते ही खदान का संचालन फिर शुरू हो गया और इस बार खनन माफिया ने ठान लिया है कि अवैध खनन करके अकूत संपत्ति इकट्ठा करनी है। अवैध खनन के चलते पर्यावरण पर भी इसका प्रभाव पड़ रहा है। क्षेत्रीय लोगों ने जिला प्रशासन से मांग उठाई है कि अवैध खनन पर तत्काल रोक लगाकर ओवर लोड वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये।