भावुक एम्बाप्पे को समझाने ग्राउंड पर पहुंचे राष्ट्रपति मैक्रों, जीत के बाद मेसी ने टेबल पर चढ़कर डांस किया
फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल के बाद कतर के लुसैन स्टेडियम में हार-जीत के रंग दिखे। विजेता अर्जेंटीना के खिलाड़ी जश्न में डूबे थे तो फ्रांस की टीम उदास थी। उनके खिलाड़ी ग्राउंड पर ही रो पड़े। किलियन एमबाप्पे वहीं बैठ गए। उन्हें उदास देख फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों स्टेडियम से उतरे और उनके पास पहुंचे गए और एमबाप्पे को गले लगा लिया।
मैक्रों फाइनल मैच देखने के लिए कतर पहुंचे थे। बाद में उन्होंने ड्रेसिंग रूम में टीम से 20 मिनट तक बातचीत की। उन्होंने कहा कि आपने अच्छा खेला। उधर, अर्जेंटीना के खिलाड़ियों ने ड्रेसिंग रूम में जमकर जश्न मनाया। मेसी टेबल पर चढ़ गए और जमकर नाचे। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
अर्जेंटीना ने पेनल्टी शूटआउट में शिकस्त दी
अर्जेंटीना फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल में फ्रांस को हराकर फुटबॉल का नया बादशाह बन गया है। उसने रविवार की देर रात पिछले वर्ल्ड कप विजेता फ्रांस को 3-3 की बराबरी के बाद पेनल्टी शूटआउट में शिकस्त दी। 36 साल बाद वर्ल्ड चैम्पियन बना।
अब PHOTOS में देखिए मैच के टॉप मोमेंट्स
मेसी ने पेनल्टी से दागा गोल
मैच में अर्जेंटीना ने शुरू से ही फ्रांस पर दबाव बनाए रखा। मैच के 21वें मिनट में अर्जेंटीना के एंजल डी मारिया फ्रांस के पेनल्टी बॉक्स की ओर बॉल लेकर दौड़े। वह लेफ्ट विंग से दौड़ लगाकर बॉक्स के अंदर पहुंचे। लेकिन, फ्रांस के ओस्मान डेम्बेले ने उन पर फाउल कर दिया। फाउल के बाद रेफरी ने अर्जंटीना को पेनल्टी दे दी। मेसी ने पेनल्टी ली और बॉल को बॉटम राइट कार्नर पर शूट करके नेट के अंदर पहुंचा दिया।
गोल मारने के बाद रोए एंजल डी मारिया
36वें मिनट में फ्रांस के गोलकीपर ह्यूगो लॉरिस एंजल डी मारिया की तरफ दौड़े। लेकिन, डी मारिया ने इतने में गोल की तरफ शॉट मार दिया। बॉल सीधा नेट में गई और स्कोर अर्जेंटीना के फेवर में 2-0 हो गया। गोल स्कोर करने के बाद डी मारिया अपने इमोशंस कंट्रोल नहीं कर पाए और रो पड़े। सभी टीम के खिलाडियों ने उन्हें गोल की बधाई दी।
41वें मिनट में बाहर हुए जिरूड और डेम्बले
2 गोल से पीछे होने के बाद फ्रांस को अपनी स्ट्रैटर्जी बदलनी पड़ी। इस कारण मैनेजर ने अपने स्टार स्ट्राइकर ओलिवर जिरूड और विंगर ओस्मान डेम्बले को 41वें मिनट में ही मैदान के बाहर बुला लिया। उनकी जगह विंगर मार्कस थूराम और मुआनी आए। ओलिवर जिरूड और ओस्मान डेम्बले का मैच से एंटी जल्दी बाहर हो जाना आश्चर्यजनक था क्योंकि दोनों ही फुटबॉल के बहुत बड़े चहरे है।
मैच की शुरुआत में ही चोटिल हुए ह्यूगो लोरिस
अर्जेंटीना ने 11वें मिनट में कार्नर लिया। इस दौरान अर्जेंटीना के रोमेरो फ्रांस के गोलकीपर ह्यूगो लाॅरिस से जा भिड़े। इसके बाद कुछ देर तक लॉरिस फील्ड पर ही लेते रहे। मेडिकल टीम के आने के बाद उन्होंने खेलना जारी रखा।
एम्बाप्पे के 100 सेकंड में दो गोल
फ्रांस के कीलियन एम्बाप्पे ने गेम बदल दिया। 2-0 से पीछे चल रही फ्रांस को एम्बाप्पे ने वापसी दिलाई। पहले पेनल्टी ली। इसके बाद 82वें मिनट में एक बार एम्बाप्पे ने अपना दमदार खेल दिखाया और मैच में अपना दूसरा गोल दागते हुए मुकाबला 2-2 से बराबर कर दिया।
जीरूड को मिला बैठे – बैठे येलो कार्ड
90+5 वें मिनट में रेफरी ने अर्जेंटीना को फ्री किक दी। इस फैसले से नाराज होते हुए ओलिवर जीरूड पिच पर आ गए। इस बार से रेफरी ने उन्हें नियम तोड़ने के लिए येलो कार्ड दे दिया।
मेसी का आखिरी मिनट में गोल
108वें मिनट में लियोनेल मेसी ने गोल मारा। तीसरा गोल दागकर अर्जेंटीनाई टीम को 3-2 से बढ़त दिलाई। इस समय सभी फैंस को लग रहा था कि मैच अर्जेंटीना के पाले में है।
एम्बाप्पे ने किया स्कोर बराबर
118वें मिनट में अर्जेंटीना के गोंजालो मोंटिएल ने फाउल किया। उनके हाथ से बॉल लगी। इसके चलते फ्रांस को पेनल्टी मिली। मौके को न गवांते हुए कीलियन एम्बाप्पे ने अपना और टीम का तीसरा गोल दागकर मैच को फिर से 3-3 से बराबर कर दिया।
मार्टिनेज का आखिरी मिनट में सेव
फ्रांस ने काउंटर अटैक किया। इसी बीच अर्जेंटीना के डिफेंडर ओटामेंडी ने बॉल को मारा लेकिन बॉल फ्रांस के कोलो मुआनी के पास पहुंच गई। वे एमिलियानो मार्टिनेज के सामने थे। कीपर बाहर निकला और शॉट को अविश्वसनीय तरीके से बचाव किया।
अर्जेंटीना की विजयी पेनल्टी
अर्जेंटीना के लिए आखिरी पेनल्टी गोंजालो मोंटएल ने की। उनके इस गोल से अर्जेंटीना जीता।