धौलपुर पुलिस ने चार दिन पहले मिले अज्ञात महिला के शव के मामले का खुलासा कर दिया है. महिला की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके सगे भाई ने ही गोली मारकर की थी. उसके बाद शव को गड्डे में डालकर उसे दबा दिया था. आरोपी ने बहन की हत्या इसलिए की थी क्योंकि वह पहले अपने ही गांव के एक युवक के साथ भाग गई थी. उसी गुस्से की आग में जल रहे भाई ने आखिरकार उसे मौत की नींद सुला दिया और फरार हो गया. पूरी सोची समझी साजिश के तहत की गई इस हत्या के आरोपी भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि 20 दिसंबर को दिहौली थाना इलाके में अज्ञात महिला का शव मिला था. बाद में उसकी पहचान उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के आयेला गांव निवासी पिंकी ठाकुर के रूप में हुई थी. पिंकी ठाकुर की पहचान के दौरान ही यह पता चला कि उसे उसका भाई घनश्याम सिंह 12 दिसंबर अपने साथ ले गया था. पिंकी ठाकुर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार उसकी मौत गोली मारने से हुई थी. इस पर दिहौली थानाप्रभारी ने इस संबंध में हत्या का मुकदमा दर्ज किया था
पुलिस ने आरोपी को उत्तर प्रदेश से पकड़ा
पुलिस ने जांच के दौरान संदिग्ध माने जा रहे महिला के भाई घनश्याम को दस्तयाब करने के लिए उत्तर प्रदेश में दबिश दी. इसके लिए मनियां डीएसपी दीपक खण्डेलवाल के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम मथुरा गई. वहां से घनश्याम सिंह को पकड़कर धौलपुर आई. यहां घनश्याम सिंह से कड़ाई से पूछताछ की गई. पूछताछ में घनश्याम ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि उसने ही पिंकी ठाकुर की गोली मारकर हत्या की थी. इस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
बहन गांव के एक लड़के साथ भाग गई थी
हत्या का कारण पूछने पर घनश्याम सिंह ने बताया कि 7 वर्ष पूर्व उसकी बहन गांव के ही एक दूसरी जाति के लड़के के साथ भाग गई थी. इस पर उसने गुस्से में उस लड़के के पिता जंगलिया की गोली मारकर हत्या कर दी थी. पिंकी ठाकुर का विवाह मुरैना जिले के दिमनी थाना इलाके के मलूकपुरा गांव में हुआ था. इस हत्या के बाद पिंकी ठाकुर अपने घर वापस आ गई. लेकिन उसे उसके ससुराल और पीहर पक्ष दोनों ने ही रखने से इनकार कर दिया था.