बच्चे को जन्म देने के बाद ‘मर्द’ निकली महिला, DNA रिपोर्ट देख चकराया पिता

 

 

एक मां के अपनी बेटी से उस वक्त रिश्ते बदल गए जब उसके डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट सामने आई। कोलंब‍िया के इंस्टीट्यूट ऑफ जेनेटिक्स के फोरेंसिक एक्सपर्ट के मुताबिक एक युवती के जीन्स के टेस्ट में ऐसे तथ्य सामने आए हैं, जो हैरान करने वाले हैं।

विशेषज्ञ हैरान
वैज्ञानिकों ने परीक्षण के बाद पाया क‍ि उसकी मां वास्‍तविक मां नहीं है बल्‍क‍ि अपनी बेटी की मामा है जबक‍ि उसके पिता के मुताबिक उसी ने बच्‍ची को जन्‍म दिया था. चीजें तब और अजीब हो गईं जब अन्य परिणामों से पता चला कि लड़की के पिता ने वास्तव में उसे जन्म नहीं दिया था. इस पर पिता भड़क उठा और उसने अस्‍पताल पर ही सवाल उठा दिए. बोला क‍िसी ने नतीजे बदल दिए है, यह कैसे हो सकता है. यह जानकर विशेषज्ञ भी हैरान रह गए. वाशिंगटन डीसी में आयोजित एक इंटरनेशनल सेमिनार में इंस्टीट्यूट के फोरेंसिक एक्सपर्ट जुआन यूनिस ने बताया क‍ि पहले तो हमारा स‍िर भी चकराया क्‍योंक‍ि किसी युवती के आनुवंशिक परीक्षण में पहली बार इस तरह के परिणाम आए हैं पर बाद में हमें दो दशक पुराना एक मामला समझ में आया.

डीएनए टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद एक्सपर्ट्स ने कई अहम निष्कर्ष निकाले। बताया क‍ि मां से लिए गए रक्त के नमूने ने संकेत दिया कि वह महिला नहीं थी। उसके नमूने में महिलाओं में पाए जाने वाले XX क्रोमोसोम के बजाय जैविक पुरुषों के XY क्रोमोसोम थे। इसे जीआरआईडी ने मेडिकल भाषा में   (मातृ बहिष्करण) कहा है। साइंटिस्स्ट ने कहा कि ऐसे कुछ इंटरसेक्स महिलाओं में XY क्रोमोसोम होने पर उनमें बांझपन की समस्या होती है। डीएनए रिपोर्ट से पता चला कि युवती के कथित पिता वास्तव में उसके पिता नहीं थे। ये  (पैतृक बहिष्करण) का परिणाम था. हालांक‍ि बाद में ब्‍लड टेस्‍ट में प‍िता की रिपोर्ट अलग हो गई.

20 साल पहले किया गया था ऐसा दावा
यूनिस ने बताया क‍ि 2002 में, वह कैरन प्रत्यारोपण की तलाश में करेन कीगन पर आनुवंशिक परीक्षण करने वाली टीम का हिस्सा थे. उन्होंने कुछ असामान्य खोज की थी जिसमें पता चला था क‍ि अनुवांशिक मेकअप में अंडे और शुक्राणु कोशिकाओं के दो जोड़े शामिल हो सकते हैं. तब कैरन कीगन नाम की एक 52 वर्षीय महिला के डीएनए टेस्ट किया गया था. यूनिस ने इसे टेट्रागैमेटिक काइमेरा कहा था. इसमे टेट्रा यानी चार अंडे और शुक्राणु कोशिकाओं (युग्मकों) का मिश्रण हो गया था . ये स्थिति तब होती है जब एक लुप्त हो रहे जुड़वां भ्रूण के जीन प्रारंभिक गर्भावस्था के दौरान जीवित भ्रूण के साथ मिल जाते हैं। और इस मह‍िला के साथ भी यही स्‍थ‍ित‍ि थी इसमें मानव काइमेरा कहा जा सकता है

क्या है काइमेरिज्म?
काइमेरा का नाम पौराणिक प्राणी के नाम पर रखा गया है जो कई जानवरों का मेल है. यह एक एकल जीव है जो कई अलग-अलग व्यक्तियों की कोशिकाओं से बना है। स्तनधारियों में, काइमेरा तब पैदा होते हैं जब गर्भावस्था के दौरान दो (या कभी-कभी अधिक भ्रूण) आपस में मिल जाते हैं। मां के गर्भ में जुड़वा बच्चों के जीन्स लुप्त होने की स्थिति में ऐसी असामान्य स्थिति बनती है। जब जन्म ले वाला बच्चा जन्म से कुछ दिखता है लेकिन वास्तिवकता दिखावे से अलग होता है। ये उस स्थिति में होता है जब लुप्त हो रहे जुडवां बच्चों के जीन्स गर्भ में जीवित भ्रूण के साथ मिल जाते हैं।

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