UP में पारा 3.6°C पहुंचा, 19 फ्लाइट्स कैंसिल, कानपुर में 24 घंटे में 13 की अटैक से मौत, बारिश के भी आसार
यूपी में ठंड और शीतलहर का भीषण प्रकोप है। सोमवार- मंगलवार की रात प्रदेश में कानपुर सबसे ठंडा रहा। यहां पारा 3.6 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, फतेहपुर में तापमान 5°C रहा है। कानपुर में भीषण ठंड के चलते अटैक के केस बढ़े हैं। कानपुर के सिर्फ एक हॉस्पिटल में 24 घंटे में 13 लोगों की मौत अटैक से हुई है। इनमें छह हार्ट पेशेंट्स की मौत हॉस्पिटल में हुई। इसके अलावा सात रोगी ऐसे थे, जिन्हें भर्ती करने की नौबत ही नहीं आई। डॉक्टर्स के मुताबिक, इनमें 11 को हार्ट अटैक और 2 को ब्रेन अटैक हुआ था।
वहीं, कोहरे के कारण प्रदेश में मंगलवार को 19 फ्लाइट को रद्द कर दिया गया है। इससे पहले, सोमवार को भीषण ठंड के चलते कई जिलों में 12वीं तक के स्कूलों को बंद किया गया है। लखनऊ और कानपुर में 7 जनवरी तक जबकि वाराणसी में 5 जनवरी तक 12वीं तक के स्कूलों को बंद कर दिया गया है। उधर, प्रयागराज में भी 8वीं क्लास तक के सभी स्कूलों को 5 जनवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है।
UP में आज 19 फ्लाइट कोहरे की वजह से रद्द
- दिल्ली से लखनऊ आने वाली इंडिगो 6E-2376 रद्द।
- लखनऊ से गुवाहाटी जाने वाली इंडिगो 6E-146 रद्द।
- लखनऊ से रियाद जाने वाली इंटरनेशनल फ्लाइ रद्द।
- लखनऊ से दुबई जाने वाली फ्लाइट दुबई FZ-444 रद्द।
- लखनऊ से चंडीगढ़ इंडिगो 6E-6552 रद्द।
- लखनऊ से पंतनगर इंडिगो फ्लाइट ATR 6E 7322 रद्द।
- लखनऊ से दिल्ली इंडिगो 6E 5072 रद्द।
- वाराणसी एयरपोर्ट पर भी 8 फ्लाइट रद्द।
- अस्पताल पहुंचने से पहले तोड़ रहे दम
ब्रेन अटैक से बर्रा के निरंजन (62) और गोविंदनगर के कमलेश्वर वर्मा (51) की मौत हो गई। उन्हें एंबुलेंस से हैलट लाया गया था। डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। ये मौतें सिर्फ LPS कार्डियोलॉजी इंस्टीट्यूट में रिकॉर्ड की गई हैं। इनमें कार्डियोलॉजी में भर्ती छह हार्ट पेशेंट्स की मौत हो गई। इसके अलावा सात रोगी ऐसे थे, जिन्हें भर्ती करने की नौबत ही नहीं आई। परिजन जब तक उन्हें इंस्टीट्यूट लेकर पहुंचे मौत हो गई थी। - अस्पताल पहुंचने से पहले तोड़ रहे दम
ब्रेन अटैक से बर्रा के निरंजन (62) और गोविंदनगर के कमलेश्वर वर्मा (51) की मौत हो गई। उन्हें एंबुलेंस से हैलट लाया गया था। डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। ये मौतें सिर्फ LPS कार्डियोलॉजी इंस्टीट्यूट में रिकॉर्ड की गई हैं। इनमें कार्डियोलॉजी में भर्ती छह हार्ट पेशेंट्स की मौत हो गई। इसके अलावा सात रोगी ऐसे थे, जिन्हें भर्ती करने की नौबत ही नहीं आई। परिजन जब तक उन्हें इंस्टीट्यूट लेकर पहुंचे मौत हो गई थी।