संगम की रेती पर बस रही कुम्भ नगरी में श्रद्धालुओं और सैलानियों को विविध प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने को मिलेंगे। मेला क्षेत्र के सेक्टर एक में त्रिवेणी रोड़ के पास तैयार हो रहे अत्याधुनिक गंगा पंडाल में *फिल्म स्टार हेमा मालिनी का बैले नृत्य देखने को मिलेगा। श्रीराम भारती कला केन्द्र नई दिल्ली की ओर से रामलीला का मंचन 10 जनवरी से शुरू होगा। .सांस्कृतिक विभाग ने कुम्भ मेले के लिए अभी तक 700 कार्यक्रमों की बुकिंग कर ली है। इनकी तिथि भी तय कर दी गई है। इसमें 17 जनवरी को साबरी ब्रदर्स की कव्वाली होगी। 24 जनवरी को जाने-माने गायक हेमंत ब्रजवासी के गीतों का लुत्फ भी श्रद्धालु उठा सकेंगे। साथ ही 25 और 26 जनवरी को मथुरा के देवकीनंदन ठाकुर की ओर से श्रीमद् भागवत कथा का रसपान कराया जाएगा। सांस्कृतिक कार्यक्रम के नोडल अधिकारी अमित अग्निहोत्री ने बताया कि कार्यक्रम दस जनवरी से शुरू होगा, इसका समापन नौ फरवरी को होगा। सेक्टर 4 में संगम के पास, सेक्टर 5 में नागवासुकी मंदिर के पास, सेक्टर 13 में झूंसी की ओर, सेक्टर 17 में संगमद्वीप के पास एवं सेक्टर 19 में अरैल डीपीएस स्कूल के सामने छोटे पंडाल बनाए गए हैं।भारत के श्रीराम भारती कला केन्द्र नई दिल्ली की रामलीला, इंडोनेशिया की बाल रामलीला, आयलैंड की त्रेनी डॉट, रूस के सांस्कृतिक विश्वविद्यालय की पद्मश्री गोनंदी पिचनिको निमोरियल दिशा रामलीला, श्रीलंका के सौंदर्य कला विवि की रामलीला, मौरीशस के रामायण सेंटर की ओर से रामलीला, स्तिचिंग की सुरीराम रामलीला, नेपाल और बंगला देश की रामलीला का भी मंचन होगा।.