बिहार, कड़ाके की ठंड की वजह से ब्रेन हेमरेज और हार्ट अटैक के केस बढ़ गए हैं। आईजीआईएमएस के कार्डियोथोरेसिक विभाग की ओपीडी में जितने मरीज आ रहे हैं, उनमें 60 फीसदी हार्ट अटैक की शिकायत वाले रहते हैं। विभाग के हेड डॉ. शील अवनीश ने बताया कि ठंड की वजह से सीने में दर्द और हार्ट अटैक की शिकायत हो रही है।
बुधवार काे शाम तक यहां ब्रेन हेमरेज के पांच मरीज भर्ती हो चुके थे। यहां अभी इसके 32 मरीज भर्ती हैं। ब्रेन हेमरेज के मरीजों से इमरजेंसी की आईसीयू फुल हो गई है। आईजीआईसी की इमरजेंसी में यदि 40 मरीज भर्ती हो रहे हैं तो उनमें 25-30 हार्ट अटैक वाले हाेते हैं। उनमें बीपी, शुगर और कोलेस्ट्राल बढ़ा मिल रहा है।
विशेषज्ञाें की सलाह : बीपी की दवा न छाेड़ें
आईजीआईएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट सह उपनिदेशक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि ब्रेन हेमरेज वाले अधिकतर मरीज वैसे हैं, जिनका बीपी बढ़ा था और इसकी जानकारी नहीं थी। कुछ मरीज ऐसे भी हैं जिन्होंने बीपी की दवा छोड़ दी थी या लेना भूल गए थे। कुछ लोगाें ने दवा की डोज एडजस्ट नहीं कराई थी। ठंड में बीपी और शुगर बढ़ जाता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि बीपी बढ़ने का कारण यह है कि ठंड में एक्टिविटीज कम हो गई है और शरीर से पसीना नहीं निकलता है। पसीना नहीं निकलने से शरीर से नमक नहीं निकलता और बीपी बढ़ जाता है। ठंड में रक्त नलिकाएं भी संकुचित हो जाती हैं। इस वजह से भी बीपी बढ़ जाता है।