फाइलेरिया मरीजों को मिली किट, चेहरे पर आई मुस्कान – निक्षय दिवस पर कांधी गांव में एमएमडीपी किट का हुआ वितरण – मरीजों को दिया पैर धुलने का प्रशिक्षण, साफ सफाई की सलाह

फतेहपुर। निक्षय दिवस के अवसर पर फाइलेरिया मोरबिडिटी मैनेजमेंट एमएमडीपी के अंतर्गत तेलियानी विकास खंड के कांधी गांव में एमएमडीपी किट वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बीस फाइलेरिया रोगियों को एमएमडीपी किट का वितरण किया गया। किट पाकर फाइलेरिया रोगियों के चेहरे पर मुस्कान आ गई। मरीजों ने कहा कि दवाओं के सेवन और नियमित सफाई से बहुत आराम मिला है। इस दौरान फाइलेरिया मरीजों के प्रबंधन पर चर्चा की गई।
जिला मलेरिया अधिकारी सुजाता ठाकुर ने बताया कि फाइलेरिया बीमारी शरीर में विकृति उत्पन्न कर देती है। यह लाइलाज बीमारी है और किसी भी उम्र में हो सकती है। बीमारी संक्रमित मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलती है। बीमारी का संक्रमण परजीवी के लार्वा माइक्रो फाइलेरिया के जरिए होता है। यह लार्वा शरीर में जाकर वयस्क बन जाता है वयस्क मादा माइक्रो फाइलेरिया को जन्म देती है जो रक्त में घूमते रहते हैं। यह बाह्य रक्त में रात्रि के समय आते हैं। इसलिए नाइट ब्लड सर्वे रात 8.30 से 12 बजे के बीच में किया जाता है। राधाकृष्ण फाइलेरिया सहायता समूह की सदस्य सरोज पटेल ने बताया कि पांच साल से दोनों पैर में फाइलेरिया है चलने फिरने में अस्मर्थ थे लेकिन दवा खाने के बाद बहुत आराम मिला और अब चलने लगे हैं। किट मिल गई है अब नियमित पैर भी धुलेंगे। इसी प्रकार लक्ष्मी नरायण सहायता समूह की सदस्य फूल कुमारी ने बताया कि उनके दायें पैर में फाइलेरिया है। नियमित सफाई रखने से बहुत आराम मिला है। बताया कि फाइलेरिया मच्छर से फैलता है इसलिये अब वह मच्छरदानी का प्रयोग करना शुरू कर दिया है। घर के आसपास सफाई शुरू कर दिया और पानी का जमाव भी नहीं होने देती है। इस मौके पर सीएचओ साधना मिश्रा, आशा बहू अर्चना, सरोज, रेखा, मलेरिया इंस्पेक्टर आशीष त्रिपाठी, बीसीपीएम भवानी शंकर, सीफार फाइलेरिया जिला समन्वयक सुबोध दीक्षित, मौजूद रहे।

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