फतेहपुर। श्री रामकृष्ण सांई मंदिर के तृतीय वार्षिकोत्सव के अवसर पर श्री मोटेश्वर महादेव मंदिर परिसर में चल रही संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा के तृतीय दिवस में सरसकथा वाचक आचार्य श्री राघव जी महाराज ने सुनाया कि मनु और सतरूपा द्वारा सृष्टि का वर्णन किया गया और कपिल भगवान ने अपनी माता को भगवान की लीला कथा कहकर भगवत शरनागति प्रदान करवाई। कलयुग में मनुष्य के उद्धार के लिए सहज उपाय के रूप में अजामिल की कथा सुनाई। जिसमे अजामिल अपने पुत्र नारायण को पुकार पुकार कर भगवत धाम को प्राप्त हुआ। इसके साथ देवासुर संग्राम, समुद्र मंथन की कथा और भक्तराज ध्रुव की कथा आज के सत्र में सुनाई गई। इस अवसर पर आयोजक डॉ अनुराग श्रीवास्तव, वर्षा श्रीवास्तव, आचार्य विमलाकान्त त्रिपाठी, डॉ श्याम बिहारी श्रीवास्तव, पूनम श्रीवास्तव, दीपिका, हिमांशु श्रीवास्तव, सुरेश श्रीवास्तव, शरद श्रीवास्तव, रीता श्रीवास्तव, आशीष मिश्र, अभिषेक सहित सैकड़ों भक्त उपस्थित रहे।