अगल साल देश में लोकसभा चुनाव हैं और मोदी सरकार अपने कामों को जनता के बीच ले जाने की कोशिशों में लग गई है. ऐसे में ये समझना बेहद जरूरी हो जाता है कि देश के नागरिक, मोदी सरकार से कितना खुश हैं.
इस साल 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं और अगले साल यानी 2024 में देश में आम चुनाव होंगे. इसी के मद्देजनर लगभग सभी राजनीतिक दलों ने कमर कल ली है. वहीं देश की ‘सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी’ बीजेपी ने भी चुनावों के लिए रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है. माना जा रहा है कि बीजेपी एक बार फिर मोदी के चेहरे और केंद्र की योजनाओं के बल पर चुनाव लड़ेगी. इस बीच सी-वोटर और इंडिया टुडे ने एक सर्वे किया है, जिसमें काफी हैरान करने वाले नतीजे सामने आए हैं
क्या सरकार के काम से संतुष्ट हैं लोग?
इस सर्वे के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के काम से लोग खुश नजर आ रहे हैं. बीजेपी के लिए अच्छी बात यह है कि मोदी सरकार की रेटिंग का ग्राफ लगातार ऊपर की ओर जा रहा है. अगस्त, 2022 में सरकार के काम से 56 प्रतिशत लोग संतुष्ट थे, वहीं अब ये 67 प्रतिशत लोगों ने सरकार के काम पर मुहर लगाई है. यह इसलिए मायने रखता है, क्योंकि अगले साल देश में लोकसभा चुनाव होने हैं.
असंतुष्ट लोगों की संख्या घटी?
सर्वेक्षण में यह भी पता चला है कि सरकार से असंतुष्ट लोगों का प्रतिशत 14 प्रतिशत तक घटा है. आंकड़ों को देखें तो पिछले साल अगस्त महीने में 32 प्रतिशत लोग सरकार के काम से असंतुष्ट थे. वहीं अब सिर्फ 18 प्रतिशत लोग ही मोदी सरकार से असंतुष्ट नजर आ रहे हैं.
इससे पता चलता है कि एनडीए सरकार ने आठ साल से अधिक समय तक सत्ता में रहने के बावजूद सत्ता विरोधी लहर को मात दी है. बता दें कि ये पोल 15 दिसंबर से 15 जनवरी के बीच किया गया था. देश की सभी लोकसभा सीटों से 1,40,917 ने लोगों ने पोल में हिस्सा लिया.
हाल के तीन चुनावों में क्या रहे नतीजे?
हाल ही में तीन राज्यों में चुनाव हुए थे, जिसमें से बीजेपी ने गुजरात में भारी बहुमत के साथ वापसी की थी. बीजेपी ने 156 सीटें जीती. वहीं कांग्रेस का विधानसभा चुनाव में बुरा हाल हो गया. अरविंद केजरीवाल की पार्टी ‘आप’ ने राज्य में 5 सीटें जीती. गुजरात में विधानसभा की कुल 182 सीटें हैं.
BJP को हिमाचल में मिली हार
गुजरात में तो बीजेपी ने जीत हासिल की, लेकिन हिमाचल में हार का सामना करना पड़ा. हिमाचल में हर बार की तरह इस बार भी सत्ता परिवर्तन हुआ. पहाड़ी राज्य में कांग्रेस ने 40 सीटों पर कब्जा किया, वहीं बीजेपी 25 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रही. आम आदमी पार्टी प्रदेश में खाता भी नहीं खोल सकी.
दिल्ली में आप से हारी बीजेपी
हालांकि, दिल्ली के नगर निगम चुनाव में केजरीवाल की पार्टी ने मोर्चा मार लिया. दिसंबर में हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 250 वार्डों में से 134 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं बीजेपी ने 104 सीटों पर जीत हासिल की थी. एमसीडी चुनाव में कांग्रेस का बुरा हाल हुआ था.