फिनिक्स के एक निजी अस्पताल में 10 साल से अधिक समय से अर्द्ध बेहोशी की हालत में पड़ी महिला के हाल ही में जन्में बच्चे के पिता का पता लगाने के लिए स्वास्थ्य केंद्र के सभी पुरुष कर्मियों का डीएनए टेस्ट होगा। पुलिस ने इस मामले में सर्च वारंट जारी कर दिए हैं। इस शर्मनाक घटना के बाद स्वास्थ्य केंद्र के सीईओ ने पहले ही इस्तीफा दे दिया है। हासिएंडा स्वास्थ्य केंद्र ने कहा कि वह कर्मचारियों का डीएनए कराने की बात का स्वागत करता है। कंपनी ने बयान में कहा, ‘हम इस बेहद संगीन एवं अप्रत्याशित स्थित से जुड़े सभी तथ्यों को उजागर करने के लिए फिनिक्स पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों का सहयोग करना जारी रखेंगे।स्थानीय न्यूज वेबसाइट एजफैमिली डॉट कॉम ने सबसे पहले जानकारी दी थी कि 10 साल से अधिक अर्द्ध बेहोशी की हालत में पड़ी महिला ने 29 दिसंबर को एक बच्चे को जन्म दिया है। उसकी पहचान उजागर नहीं की गई। इस बात का भी कुछ पता नहीं चल पाया है कि उसका कोई परिवार या संरक्षक भी है या नहीं। बोर्ड के सदस्य गैरी ओरमैन ने कहा था कि स्वास्थ्य केंद्र इस भयावह स्थिति के लिए पूरी जवाबदेही तय करेगा।ओरमैन ने कहा, ‘हम अपने प्रत्येक मरीज और कर्मचारी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।’ प्रवक्ता डेविड लेबोविट्ज ने कहा कि बोर्ड के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से इस निर्णय को स्वीकार किया। राज्य के गवर्नर कार्यालय ने इस स्थिति को बेहद परेशान करने वाला बताया है।