फतेहपुर। शहर के श्री मोटेश्वर महादेव मंदिर परिसर में आयोजित रामकृष्ण साई मंदिर के तृतीय वार्षिकोत्सव के अवसर पर सप्तदिवसीय संगीतमयी श्रीमद् भागवत कथा के सप्तम दिवस की कथा व्यास आचार्य राघव जी महाराज ने बृज में फूलों की होली, परीक्षित मोक्ष, कृष्ण सुदामा मिलन का प्रसंग सुनाया।
उन्होंने कहा कि संसार में सुदामा-कृष्ण के सबसे अनोखे भक्त रहे हैं। वह जीवन में जितने गरीब नजर आए उतने वे मन से धनवान थे। उन्होंने अपने सुख व दुखों को भगवान की इच्छा पर सौंप दिया था। श्रीकृष्ण और सुदामा के मिलन का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए। अपने छोटे से जीवन में प्राणी को परमात्मा से रिश्ता जरूर बनाना चाहिए क्योंकि परमात्मा से ही बना रिश्ता प्राणी को मोक्ष की तरफ ले जाएगा। फूलों की होली मे बजे गीतों पर श्रद्धालु झूमकर नाचने लगे। आयोजक यूथ आइकन डॉ अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि रविवार को पूर्णाहुति के बाद भंडारे के साथ कथा का समापन होगा। इस अवसर पर आयोजक डॉ अनुराग श्रीवास्तव, वर्षा श्रीवास्तव, आचार्य विमलाकान्त त्रिपाठी, भोला द्विवेदी, अनुपम, अनिल, आकाश मिश्र, निखिल मिश्र, डॉ श्याम बिहारी श्रीवास्तव, अपूर्वा, दीपिका, हिमांशु श्रीवास्तव, सुरेश श्रीवास्तव, हिमांशु, शरद श्रीवास्तव, रीता श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, रीता सिंह तोमर, साधना चौरसिया, अमित तिवारी भिटौरा ब्लॉक प्रमुख सहित सैकड़ों भक्त उपस्थित रहे।