जनपद को निपुण बनाने में शिक्षक संकुल व एआरपी की भूमिका महत्वपूर्ण – एआरपी का एक दिवसीय क्षमतासंवर्धन आयोजित
फतेहपुर। जनपद में शिक्षक संकुल को मजबूत बनाने और संकुल स्तर पर होने वाली बैठकों को प्रभावशाली बनाने हेतु एआरपी के लिए एक दिवसीय क्षमतासंवर्धन का आयोजन शुक्रवार को किया गया। एक दिवसीय क्षमतासंवर्धन कार्यशाला का आयोजन बेसिक शिक्षा विभाग एवं लैंग्वेज एण्ड लर्निंग फाउण्डेशन (एलएलएफ) के संयुक्त तत्वावधान में हुआ। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य संकुल स्तर पर आयोजित होने वाली बैठकों में अकादमिक मुद्दों को प्राथमिकता देने, शिक्षक संदर्शिका पढ़े जाने, शिक्षक संदर्शिका पर आधारित डेमो देने व शिक्षकों द्वारा होने वाले विशेष प्रयासों को बेस्ट प्रेक्टिस के रूप में साझा करने व अपेक्षित अधिगम स्तर से न प्राप्त करने वाले बच्चों के साथ रेमेडियल टीचिंग की योजना बनाकर काम करने पर ध्यान केंद्रित करना रहा।
सभी विकास खण्डों के एआरपी के लिए आयोजित कार्यशाला का शुभारंभ जिला समन्वयक प्रशिक्षण अशोक त्रिपाठी ने किया। कार्यशाला के उद्देश्य को रेखांकित करने का कार्य एलएलएफ के जिला प्रबंधक बृजेश सिंह ने किया। जिला समन्वयक प्रशिक्षण अशोक त्रिपाठी ने कहा कि जनपद के सभी विद्यालयों को निपुण बनाने के लिए शिक्षक संकुल एक बेहद महत्वपूर्ण कड़ी हैं। इनका क्षमतावर्धन करने की दृष्टि से यह कार्यशाला व्यवहारिक पहलुओं को शामिल करती है। इस प्रशिक्षण के लिए एसआरजी टीम और बेसिक शिक्षा विभाग की अकादमिक पार्टनर एलएलएफ टीम द्वारा बनाया गया मॉड्यूल साझा प्रयासों के माध्यम से जनपद में शिक्षक संकुल को सक्रिय बनाने में बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा। कार्यशाला में सभी एआरपी ने जनपद के सभी 650 शिक्षक संकुल को सक्रिय बनाने, डेमो व शिक्षक संदर्शिका पढ़े जाने के साथ-साथ शिक्षकों के अच्छे प्रयासों को बेस्ट प्रेक्टिस के रूप में साझा करने हेतु अपनी सहमति जताई। इसके लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के मार्गदर्शन में विकास खण्ड स्तर पर दो दिवसीय क्षमतावर्धन कार्यशाला का आयोजन शिक्षक संकुल के साथ विकास खण्ड स्तर खण्ड शिक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में 13 फरवरी से 23 फरवरी के मध्य आयोजित किया जायेगा। इस प्रशिक्षण में संदर्भदाता के रूप में एसआरजी राधेश्याम दीक्षित और जय चन्द्र पाण्डेय के साथ एलएलएफ से सबा खान, महीप शर्मा समेत सभी सदस्यों ने प्रतिभाग किया।