28 जून 2022… जब उदयपुर में एक टेलर कन्हैयालाल की तालिबानी तरीके से गला काटकर की गई हत्या ने पूरे राजस्थान को अंदर तक हिला दिया था।
हाल ही में NIA ने इस हत्याकांड से जुड़ी चार्जशीट पेश की। भास्कर ने इस चार्जशीट का एक-एक पेज खंगाला। पड़ताल में तालिबानी हत्याकांड से जुड़ी हैरान कर देने वाली कहानी सामने आई।
हत्याकांड से जुड़े सभी आरोपी टेरेरिस्ट ग्रुप की तरह काम कर रहे थे। कन्हैयालाल का हत्यारा गौस मोहम्मद पाकिस्तान के कराची में बैठे मास्टरमाइंड सलमान अत्तारी से मुलाकात भी कर चुका था। पकड़े गए 9 आरोपियों में से 4 आरोपी पाकिस्तान की कट्टर इस्लामिक पार्टी ‘तहरीक-ए-लब्बैक’ के वॉट्सऐप ग्रुपों से जुड़े हुए थे।
पाकिस्तानी हेंडलर ने रियाज और गौस मोहम्मद को हिन्दुओं के खिलाफ भड़काया और नबी की गुस्ताखी करने वालों का सिर कलम करने को लेकर उकसाया।
NIA की जांच में सामने आया कि कन्हैयालाल की हत्या के सूत्रधार उसके पड़ोसी दुकान वाले ही निकले।
साजिश की शुरुआत
NIA जांच में सामने आया कि कन्हैयालाल ने जून महीने के दूसरे सप्ताह में नूपुर शर्मा के सपोर्ट में एक फेसबुक पोस्ट कर दी थी। ये पोस्ट कुछ लोगों की नजर में आ गई। इस बात से भड़के दो लोग कन्हैयालाल की दुकान पर पहुंचे और मोबाइल से वो पोस्ट डिलीट कर दी थी।
11 जून 2022 को नाजिम खान नाम के शख्स ने नूपुर शर्मा के सपोर्ट में पोस्ट करने पर कन्हैयालाल के खिलाफ उदयपुर के धानमंडी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करवाया। कन्हैया को गिरफ्तार कर थाने लाया गया लेकिन बाद में समझाकर छोड़ दिया गया। इस घटना के बाद कन्हैयालाल ने कुछ दिन अपनी दुकान नहीं खोली।
15 जून को उसने अपनी दुकान में सीसीटीवी कैमरे लगवाए और धान मंडी पुलिस स्टेशन में नाजिम से खुद की जान को खतरा होने का मामला दर्ज करवा दिया। इसी दिन नाजिम और कन्हैयालाल में समझौता भी हो गया और दोनों ने ही अपने मामले वापस उठा लिए।
अगले दिन 16 जून को कलीम हुसैन नाम का एक शख्स बाइक पर अपनी पत्नी-बच्चे के साथ कन्हैयालाल की दुकान पहुंचा। यहां पैगम्बर मोहम्मद पर की गई पोस्ट को लेकर उसके और कन्हैयालाल के बीच जमकर तकरार हुई। उदयपुर में धौली बावड़ी इलाके के सदर मोहम्मद शकील की मध्यस्थता पर मामला शांत हो गया
रियाज की नजरों में आया कन्हैयालाल
इस वाकये के दौरान मोहम्मद रियाज अत्तारी भी कन्हैयालाल की दुकान के पास खड़ा था। मोहम्मद रियाज अत्तारी उदयपुर के किशनपोल इलाके में राजा कॉलोनी का ही रहने वाला था और कबानी मिस्त्री का काम करता था। वो कुछ कम्युनल वॉट्सऐप ग्रुप से जुड़ा हुआ था। नूपुर शर्मा वाले मामले को लेकर पब्लिक रैलियों और सोशल मीडिया पर पार्टिसिपेट भी कर रहा था।
रियाज भी कलीम और कन्हैयालाल के बीच हो रही तकरार में घुसने की कोशिश कर रहा था। (ये सब कन्हैयालाल की दुकान में लगे सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुआ है और सदर मोहम्मद शकील ने भी अपने बयानों में माना है)
मोहम्मद रियाज ने कन्हैयालाल की दुकान के पास ही स्थित पाकीजा बुटीक के मालिक वसीम अली से बात की। वसीम ने कहा-कन्हैयालाल ने नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट की थी। पूरे शहर में किसी में भी इसका सिर तन से जुदा कर सजा देने का साहस नहीं है।
इस पर रियाज ने वसीम से कहा था कि अब वो कन्हैयालाल का गला काटेगा और उसे नबी की शान में गुस्ताखी की सजा देगा। वसीम ने इस काम में उसकी मदद करने का भरोसा दिया। वसीम ने कन्हैयालाल कब आता है, कब जाता है, पूरी टाइमिंग बताई।
चाय की थड़ी पर शुरू हुई मर्डर की साजिश
इसके बाद रियाज वहां से उदयपुर के न्यू इंडिया चाय के ढाबे पर पहुंचा। यहां वो पहले से मौजूद मोहसिन खान और आसिफ हुसैन से मिला। (मोहसिन खान उदयपुर में लेथ मशीन ऑपरेटर का काम करता था और आसिफ हुसैन एक ऑप्टिकल शॉप पर काम करता था।) रियाज ने उन्हें कन्हैयालाल के बारे में बताया और तीनों ने चाय पी। यहीं कन्हैयालाल के मर्डर की प्लानिंग शुरू कर दी।
मोहसिन ने हत्या के लिए हथियार (छुरा) देने को कहा। उसी रात रियाज अत्तारी अपने परिचित मोहम्मद गौस से मिला और कन्हैयालाल की पोस्ट के बारे में बताया। उसे कन्हैयालाल का सिर कलम करने को लेकर भड़काया। दोनों ने तय किया कि इस घटना का वो वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालेंगे ताकि लोगों में दहशत पैदा हो।
गौस का पाकिस्तानी कनेक्शन
NIA की इन्वेस्टिगेशन में सामने आया कि उदयपुर के ही किशनपोल इलाके में रहने वाला मोहमद गौस एक प्राइवेट NBFC बैंक में एग्जीक्यूटिव था। वो साल 2014 में अपनी पाकिस्तान विजिट के दौरान वहां सलमान अत्तारी नाम के शख्स से परिचित हुआ था। सलमान पाकिस्तान की कट्टर इस्लामिक पार्टी ‘तहरीक-ए-लब्बैक’ और ‘दावत-ए-इस्लामी’ नाम के धार्मिक संगठन से जुड़ा हुआ था।
पाकिस्तान में बैठा सलमान मोहम्मद गौस को भारत में नबी का अपमान करने वाले काफिरों से बदला लेने के लिए उकसाता था।गौस को टीएलपी पार्टी से जुड़े वीडियो देखने और शेयर करने को लेकर भी गाइड करता था। अरबी में ‘मन शब्बा नबियां फकतूलहु’ का मैसेज भी भेजता था, जिसका मतलब होता है जो नबी का अपमान करे उन्हें मार दो।
अरबी लैंग्वेज में ब्रेन वॉश करने वाले VIDEO
गौस के मोबाइल की वॉट्सऐप चैट में टीएलपी लीडर खादिम हुसैन रिजवी का एक वीडियो भी मिला, जिसमे वो कहता है कि ‘तू कहता है कि मैं अपने मुल्क के कानून का पाबंद हूं, हुजूर के बारे में जो कुछ भी भौंके मैं कुछ नहीं कह सकता। तो सुन हम चमकते हुए कानून के पाबन्द कैसे हैं, रसुल्लाह ने फ़रमाया है ‘मन सब्बियां नबियां फकतूलहु। मतलब नबी के बारे में बात करे उसे काट कर रख दो।
आरोपियों का एक-दूसरे से कनेक्शन
मोहम्मद गौस ‘लब्बैक या रसुल्लाह’ नाम वॉट्सऐप ग्रुप का सदस्य भी था। मास्टरमाइंड मोहम्मद रियाज अत्तारी (उदयपुर), मोहसिन खान (उदयपुर), मुस्लिम खान (प्रतापगढ़ निवासी) और सलमान अत्तारी (पाकिस्तान) भी इस ग्रुप से कनेक्ट थे। पाकिस्तान में बैठे आरोपी सलमान ने 20 जून से 27 जून तक इस ग्रुप में नुपूर शर्मा मामले से जुड़े कई पोस्ट किए, जिन्हें बाद में डिलीट कर दिया। इसके अलावा भी ये सभी आरोपी ‘दावत-ए-इस्लामी’ और ‘अल्लाह के बन्दे’ जैसे कुछ दूसरे वॉट्सऐप ग्रुप्स में जुड़े हुए थे।
मैसेज के बाद हुई टारगेट किलिंग
जांच में सामने आया कि ‘लब्बैक या रसुल्लाह’ नाम के वॉट्सऐप ग्रुप में 10 जून को प्रतापगढ़ निवासी मुस्लिम खान (आरोपी) नाम के शख्स ने नबी की शान में गुस्ताखी करने वालों को सजा देने के लिए शरिया और हदीस का हवाला देते हुए मैसेज किए।
मुस्लिम खान प्रतापगढ़ जिले के पारसोला गांव का रहने वाला है और स्टार मार्केटिंग के नाम से स्नेक्स और ग्रोसरी आइटम का होलसेल बिजनेस कर रहा था। इसके अलावा उसकी स्टार फेशन्स नाम से एक टेलर शॉप भी थी।
मर्डर से पहले की साजिश और आरोपियों के बीच पूरी वार्ता
पाकीजा बुटीक के मालिक वसीम खान (जिसने हर संभव मदद करने का वादा किया था) ने 16 जून को ही रियाज अत्तारी को वॉट्सऐप पर 6 फोटो शेयर कर दिए। इनमें से तीन फोटो कन्हैयालाल पर मामला दर्ज करवाने वालों के थे। बाकी तीनों कन्हैयालाल के थे। इसके बाद दोनों ने एक दूसरे से वॉट्सऐप पर ऑडियो क्लिप शेयर करते हुए बातचीत की। जो इस प्रकार है….
वसीम – ‘अरे यही तो है, इसी ने तो गुस्ताखी की थी। यह जिस दिन केस कर रहा था उस दिन के फोटो हैं। यह थाने में बैठे हुए थे। उस दिन धौली बावड़ी वाले ने केस करा था फिर कॉम्प्रोमाइज करा दिया था। इसने माफीनाम दिया है धौली बावड़ी सदर को। ‘
रियाज – ‘अबे ये वो ही है क्या जो डोकरा खड़ा हुआ था। यह तो जवान दिख रहा है आदमी मेरे को।’
वसीम – ‘यह जो फोटो भेजे हैं इसमें देख लो इस बन्दे के साथ कंप्रोमाइज…जब केस करा था तब के फोटो…. इन बन्दों ने केस करा था, धौली बावड़ी के बन्दे हैं, वो भी भेजा है फोटू उनके भी….।’
रियाज – ‘अबे फोटो कहां है यार, बता ना फोटो कहां है’
(इसके बाद वसीम ने रियाज को ये तीन ऑडियो क्लिप भी शेयर किये)
वसीम – (कन्हैया के बारे में बात करते हुए)
बोल रहा था कि मेरे बच्चे ने डाला था पोस्ट.. जुम्मे को।
अभी कसम खाके गया है…दुकान के यहां आस-पास मैं ऐसी गलती में क्यों करूंगा?
मेरे सारे कारीगर मुसलमान हैं यूं भी कह रहा है।
11 दिन पहले हत्या की प्लानिंग
उदयपुर में चिकन शॉप चलाने वाले एक और आरोपी मोहम्मद मोहसिन ने NIA को बताया कि 17 जून को वो रियाज, मोहसिन खान (हथियार उपलब्ध कराने वाला आरोपी) और आसिफ हुसैन (ऑप्टिकल शॉप पर काम करने वाला) के साथ उदयपुर में करनी माता मंदिर के पास मछला मगरा गया था। वहां रियाज कह रहा था कि पूरे उदयपुर में उस गुस्ताख़ को मारने वाला कोई भी मुस्लिम नहीं है, इसलिए अब मौका मिलते ही वो उसे मारेगा।
इसके एक दो दिन बाद रियाज मालदास स्ट्रीट गया। वहां कन्हैयालाल की दुकान की रेकी की। लेकिन उस दौरान वहां पुलिस को देख वापस लौट आया। इसके बाद रियाज ने फरहाद मोहम्मद नाम के आरोपी से उसकी बबला चिकन शॉप पर मुलाकात की। यहां रियाज ने फरहाद को पूरी साजिश बताई कि वो कैसे कन्हैयालाल को मारने गया था लेकिन पुलिस होने से काम नहीं बना। इसके बाद फरहाद ने उसे कन्हैयालाल को मारने वाले प्लान में फुल सपोर्ट करने का भरोसा दिया।
रैलियों में एक्टिव फरहाद उर्फ बबला
NIA पड़ताल में सामने आया कि फरहाद उर्फ बबला ने जून के पहले सप्ताह में उदयपुर में नूपुर शर्मा और उसके सपोर्टर नितिन जैन के खिलाफ युवाओ की भीड़ इकट्ठी कर रैली निकाली थी। इस रैली में नबी का अपमान करने वालों को सजा देने और उनका सर कलम करने जैसे नारे भी लगे थे।
छुरे तीखे करने के लिए 3 लोगों से किया संपर्क
26 जून को रियाज ने अपने छुरे को धार देने के लिए तीन वर्कशॉप मालिकों को फोन किया। लेकिन दो ने उसे मना कर दिया। इसके बाद ने रियाज ने मोहसिन खान को अपने साथ लिया और उसकी पहचान के फखरुद्दीन सैयद की वर्कशॉप पर जाकर ईद सेलिब्रेशन के नाम पर छुरे को धार लगवाई।
इसके बाद रियाज ने पाकीजा बुटीक पर काम करने वाले वसीम को कॉल लगाकर कन्हैयालाल के बारे में पूछताछ की। वसीम ने उसे बताया कि अभी कन्हैयालाल दुकान पर नहीं है।
कन्हैया के पड़ोसियों ने की रेकी
कन्हैयालाल की दुकान के पास मालदास स्ट्रीट में ही हिन्दुस्तान चूड़ी सेल पर काम करने वाला मोहम्मद जावेद 27 जून को न्यू इंडिया चाय ढाबे पर रियाज अत्तारी से मिला। मोहम्मद जावेद ने रियाज से कहा आप मेरे को नहीं जानते लेकिन मैं आपको जानता हूं। आप वसीम भाई की दुकान पर आते रहते हैं न वो टेलर के मसले में। मैं आपको उसके बारे में जानकारी दूंगा, आप मुझे अपना नंबर दे दीजिये।’ इसके बाद दोनों ने एक दूसरे के मोबाइल नंबर सेव कर लिए।
तुर्की वेब सीरीज एर्तुग्रुल गाजी के VIDEO देखे
कन्हैयालाल की तालिबानी तरीके से हत्या से एक रात पहले 27 जून को मोहम्मद रियाज अत्तारी ने एर्तुग्रुल गाजी के बारे में अपने मोबाइल में खूब सर्च किया। उसकी वेब सीरीज देखी। एर्तुग्रुल गाजी के डॉयलग का गूगल ट्रांसलेट भी किया जिसमे आया ‘ जुल्म जब हद से ज्यादा बढ़ जाए तो किसी के सब्र की हद कुछ भी कर सकती है।’ एर्तुग्रुल गाजी एक पाकिस्तान में सुपरहिट रही वेब सीरीज है जो 13 वी शताब्दी के टर्किश योद्धा एर्तुग्रुल गाजी के बारें में है।
इसके अगले दिन 28 जून को सुबह 11 बजे रियाज ने गौस को कॉल किया। फिर वसीम को फोन पर कन्हैयालाल को मारने और वहां से भागने के प्लान के बारे में बताया। 11.40 बजे रियाज मालदास स्ट्रीट स्थित वसीम की शॉप के लिए रवाना हुआ। रियाज ने अपनी मोटरसाइकिल के बेग सफ़ेद कलर के प्लास्टिक बेग में 5 धारदार हथियार और एक काला कुर्ता रखा।
जावेद ने रियाज को दी सूचना- अभी दुकान में है कन्हैया…आ जाओ
चूड़ी दुकान पर काम करने वाले मोहम्मद जावेद ने 11.57 बजे और 12.37 बजे पर रियाज को कॉल कर बताया कि कन्हैयालाल अपनी दुकान में है। इसके बाद रियाज अपनी बाइक से मोहम्मद मोहसिन (छुरे उपलब्ध करवाने वाला आरोपी) की दुकान पर पहुंचा। थोड़ी देर बाद गौस भी अपनी स्कूटी पर वहां पहुंचा। यहां रियाज ने 2 छुरे और एक कुर्ता गौस की पीठ पर रखे बेग में छुपाए। बाकी छुरे मोहसिन की कस्टडी में छोड़ दिए।
इसी दौरान रियाज ने मोहसिन को बताया कि काम पूरा करने के बाद वो दोनों अजमेर जाएंगे। इसके बाद उसे खुशखबरी देंगे। गौस ने भी मोहसिन को अपना पासपोर्ट और स्कूटी की चाबी दी और बताया कि अगर वो थोड़ी देर में नहीं लौटे तो समझ लेना कि काम हो गया है।
इसके बाद रियाज और गौस दोनों रियाज की बाइक पर रवाना होकर मालदास स्ट्रीट स्थित कन्हैयालाल की सुप्रीम टेलर नाम की दुकान पर पहुंचे। रियाज ने बाइक को दुकान के पास ही पार्क किया। गौस ने रिकॉर्डिंग के लिए रियाज का मोबाइल अपने पास ले लिया। इसके बाद दोनों कन्हैयालाल की दुकान में घुस गए। रियाज ने कन्हैयालाल से उसके कुर्ते के लिए नाप लेने को कहा। इसी दौरान मौका पाकर कन्हैयालाल की तालिबानी तरीके से हत्या कर डाली।
कन्हैयालाल की बॉडी को कैसे काटना है यह भी तय था। हत्या का का वीडियो रियाज और गौस ने किन-किन को भेजा? पाकिस्तानी हैंडलर अबू इब्राहिम और सलमान के साथ क्या-क्या चैट हुई? पीएम मोदी को धमकी वाला वीडियो कहां बनाया? उदयपुर से भागने का एग्जिट प्लान कैसे फेल हुआ? रियाज ने बाइक में पेट्रोल कैसे भरवाया? इन सभी सवालों का जवाब जानने के लिए करना होगा अगले पार्ट का इन्तजार