बैलून मामले पर भिड़े US-चीन

 

चीन के कथित स्पाय बैलून (जासूसी गुब्बारे) के अमेरिका में घुसने का मामला दोनों देशों में तल्खी बढ़ा रहा है। अमेरिका ने पिछले दिनों इस बैलून को मार गिराया था। इसका मलबा भी चीन को लौटाने से इनकार कर दिया था। अब चीन ने अमेरिका पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा- किसी भी बैलून का दूसरे देश में घुस जाना नॉर्मल बात है। 2022 से अब तक 10 अमेरिकी गुब्बारे चीन में घुस चुके हैं।

स्पाय बैलून नहीं था
चीन लगातार इस बात पर जोर दे रहा है कि अमेरिका ने अपने हवाई क्षेत्र में जो बैलून मार गिराया था, वो असल में सिविलियन पर्पज का बैलून था और उसका जासूसी से कोई ताल्लुक नहीं था।

सोमवार को अमेरिका के आरोपों पर चीन के विदेश मंत्रालय ने जवाब दिया। फॉरेन मिनिस्ट्री के स्पोक्सपर्सन वांग वेनबिन ने कहा- ऐसी चीजें होती रहती है। अगर अमेरिका इसे गैरमामूली मानता है तो वो खुद भी तो यही काम करता है। पिछले साल से अब तक 10 बार अमेरिकी बैलून हमारे देश में घुस चुके हैं और उन्होंने हमारी सरकार से कोई अप्रूवल भी नहीं लिया।

वांग ने आगे कहा- अगर आपको इस बारे में ज्यादा जानकारी चाहिए तो सवाल अमेरिका से करने चाहिए, चीन से नहीं।

अमेरिका के मिशिगन में यह लेक हुरो है। चौथा फ्लाइंग ऑब्जेक्ट यहीं नजर आया था। सोमवार तड़के इसे US एयरफोर्स ने मार गिराया।
अमेरिका के मिशिगन में यह लेक हुरो है। चौथा फ्लाइंग ऑब्जेक्ट यहीं नजर आया था। सोमवार तड़के इसे US एयरफोर्स ने मार गिराया।

चौथा फ्लाइंग ऑब्जेक्ट भी मार गिराया गया

  • अमेरिका-कनाडा बॉर्डर के पास एक और फ्लाइंग ऑब्जेक्ट दिखा। रविवार-सोमवार की दरमियानी रात अमेरिकी एयर फोर्स ने इसे मार गिराया। एक हफ्ते में यह चौथा फ्लाइंग ऑब्जेक्ट था। अब इसके मलबे की तलाश की जा रही है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बॉर्डर पर दिखे फ्लाइंग ऑब्जेक्ट को मार गिराने का आदेश दिया था। इसके बाद अमेरिकी फाइटर जेट ने कार्रवाई की।
  • व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान में कहा गया- चौथे फ्लाइंग ऑब्जेक्ट को अमेरिकी वक्त के मुताबिक, रविवार देर रात 2:42 बजे एयरफोर्स के F-16 फाइटर जेट ने मार गिराया। एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा- लेक हुरो में दिखा चौथा संदिग्ध फ्लाइंग ऑब्जेक्ट कुछ अलग तरह का था। इसमें से कुछ तार लटक रहे थे। हालांकि, इससे मिलिट्री को किसी तरह का कोई खतरा नहीं था।
  • उन्होंने कहा- ये जमीन से 20 हजार फीट ऊपर उड़ा रहा था, इसलिए ये सिविल एविएशन के लिए खतरा बन सकता था। इससे कॉमर्शियल फ्लाइट्स को खतरा था। इसके रिहायशी इलाकों के ऊपर गिरने की आशंका भी थी, इसलिए इसे मार गिराया गया। अमेरिकी प्रशासन ने इस मामले से जुड़ी कोई फोटो या फुटेज जारी नहीं किया है।

कहां-कहां दिखा फ्लाइंग ऑब्जेक्ट…

एलियंस की थ्योरी
एक अमेरिकी एयर फोर्स अफसर ने कहा- एलियंस की मौजूदगी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। एलियंस या किसी और वस्तु के होने की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता है। सेना जांच कर रही है कि स्पाई बैलून के अलावा जो 3 फ्लाइंग ऑब्जेक्ट दिखे हैं वो कहां से आए। इंटेलिजेंस एजेंसीज जांच कर रही हैं। देखते हैं, वो किस नतीजे तक पहुंचती हैं।

न्यूयॉर्क टाइम्स से बातचीत में इस अफसर ने कहा- हमारे सामने दो सवाल हैं। पहला- ये फ्लाइंग ऑब्जेक्ट हकीकत में क्या हैं? दूसरा- अचानक ऐसा क्या हुआ कि ये अमेरिका में बड़ी तादाद में नजर आने लगे।

अमेरिका में 2, कनाडा में एक ऑब्जेक्ट दिखा
अमेरिका में पहले भी इसी तरह के दो और कनाडा में एक ऑब्जेक्ट देखा गया था। अमेरिका में राष्ट्रपति जो बाइडेन और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इन्हें मार गिराने के आदेश दिए थे। इसके बाद अमेरिकी एयरफोर्स के फाइटर जेट्स ने एक्शन लिया और सभी ऑब्जेक्ट्स को मार गिराया। इसी तरह की घटना चीन में भी हुई। वहां भी 12 फरवरी को क्विंगदाओ शहर के समुद्री इलाके के ऊपर फ्लाइंग ऑब्जेक्ट देखा गया।

 

Leave A Reply

Your email address will not be published.