भाकपा ने प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन – पूंजीपतियों के हित में काम करने का सरकार पर मढ़ा आरोप
खागा/फतेहपुर। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी राष्ट्रव्यापी आंदोलन के तहत उप जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को आठ सूत्री मांग पत्र धरना प्रदर्शन के बाद भेजा। राज्य मंत्रि परिषद के सदस्य मोतीलाल ने कहा कि केंद्रीय बजट जनविरोधी है। बजट पूरी तरह से पूंजीपतियों के पक्ष और कामगारों किसानों एवं मध्यम वर्ग के हितों के विरुद्ध है। बेरोजगारी का कोई ख्याल नहीं रख गया है। मनरेगा का बजट घटाकर 60,000 करोड कर दिया गया है। जो ग्रामीण जनता के साथ खिलवाड़ है। उद्योगपति गौतम अडानी के घपला घोटालों का पर्दाफाश जनता के सामने हो गया है। हिंडोन वर्ग रिसर्च द्वारा किए गए खुलासे से अडानी द्वारा किए गए घोटालों की पोल खुल चुकी है। पाप की कमाई से अर्जित की गई दौलत जगजाहिर हो गई। खुलासे के बाद भी मोदी सरकार संसदीय समिति से जांच कराने से कतरा रही है। यहां तक कि प्रधानमंत्री ने सवाल पर बोलना व जवाब देना भी उचित नहीं समझा। जिला सचिव फूलचंद पाल ने कहा कि सरकार महंगाई को कम करने में कोई भी कदम नहीं उठाया है। गरीबों को मिलने वाले बजट में कटौती की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने हाल में बस का बेतहाशा किराया बढ़ाकर जनता पर और काफी चोट पहुंचाई है। पूर्व चेयरमैन रामऔतार सिंह ने कहा कि सरकार पूरी तरह से पूंजीपतियों के हित में काम कर रही है। सहायक मंत्री राम प्रकाश ने कहा कि सरकार देश की संपत्ति को बेचने पर उतारू है। राज्य परिषद सदस्य कामरेड रामचंद्र व कामरेड सुमन सिंह ने कहा कि सरकार उद्योगपतियों के हित में पूरा काम कर रही है। गरीबों मजदूरों किसानों के साथ धोखा किया जा रहा है। इस अवसर पर आंदोलनकारियों ने तहसील के सामने धरना दिया। इसके बाद प्रदर्शन करते हुए उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर महीपत प्रजापति, भैरो प्रसाद, रामखेलावन, कयामुद्दीन, सुमेर सिंह, रामशंकर, छोटेलाल, मनोज कुमार, धर्मपाल चैधरी, नेम सिंह एडवोकेट, विनोद कुमार एडवोकेट उपस्थित रहे।