नरसिंहानंद ने मदनी को सनातन में आने का दिया न्योता मुसलमान अल्लाह छोड़कर सनातन में नहीं आते, तब तक शांति संभव नहीं

श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष अरशद मदनी को इस्लाम छोड़कर सनातन में आने का न्योता दिया है। गिरि ने इसका एक वीडियो भी जारी किया है।

कहा- मनु महाराज की सभ्यता पूरे विश्व में फैली
यति ने कहा, ”अरशद मदनी ने ओम के सत्य को स्वीकार करके मानवता की बहुत बड़ी सेवा की है। उनका यह कहना बिल्कुल सही है कि मनु महाराज ओम की आराधना करते थे। मनु महाराज लाखों साल पहले हुए हैं। उन्हीं से सभ्यता और संस्कृति का प्रकाश पूरे विश्व में फैला। साथ ही सनातन धर्म का विस्तार होना शुरू हुआ। यही सभ्यता और संस्कृति अरब में भी फली-फूली है।”

यति नरसिंहानंद ने आगे कहा, ‘अरब में भी अल लात, अल उज्जा और मनात के रूप में मां महाकाली, मां सरस्वती और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती थी। इन तीनों को अल्लाह की बेटी माना जाता था। अरब के प्राचीन अल्लाह और मुसलमानों के अल्लाह में बहुत अंतर है। प्राचीन काल में अरब में अल्लाह देवाधिदेव भगवान महादेव शिव को कहा जाता था। परंतु मुसलमानों का अल्लाह वो शक्ति है, जो गैर मुस्लिमों की हत्या का आदेश देता है।

महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद ने कहा, ‘जब तक मुसलमान मोहम्मद के अल्लाह को छोड़कर सनातन धर्म के शिव की शरण में नहीं आते, तब तक दुनिया में शांति कभी सम्भव नहीं होगी। अब अशरद मदनी सत्य और न्याय की तरफ आए हैं।’ इस मौके पर यति रामस्वरूपानंद, यति कृष्णानंद, यति आत्मानंद, यति सत्यानंद सहित अनेक संत और श्रद्धालु उपस्थित रहे।

 

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