तुर्की और सीरिया के सीमावर्ती क्षेत्र में सोमवार को एक और भूकंप आने से लोग दहशत में हैं. अभी दो सप्ताह पहले ही तुर्की में आए जबदस्त भूकंप के झटकों ने भारी तबाही मचाई थी. इसमें 47,000 से अधिक लोग मारे गए और हजारों घर क्षतिग्रस्त हुए हैं. सोमवार को आए भूकंप की तीव्रता 6.4 थी, जिसका केंद्र दक्षिणी तुर्की शहर अंताक्या के पास था. सीरिया, मिस्र और लेबनान में भी इस भूकंप के झटके महसूस किए गए. मुना अल उमर ने कहा कि जब जमीन फिर से हिल रही थी, तब वह मध्य अंताक्या के एक पार्क में स्थित तंबू में थीं. अपने 7 साल के बेटे को गोद में लिए रोते हुए उसने कहा, “मुझे लगा कि मेरे पैरों के नीचे से धरती फट जाएगी.
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने तुर्की की यात्रा पर कहा था कि 6 फरवरी को आए भूकंप और उसके बाद के झटकों के मद्देनजर बचाव अभियान के रूप में वाशिंगटन “जब तक संभव होगा” मदद करेगा. अब पूरा ध्यान तत्काल आश्रय और पुनर्निर्माण कार्य की ओर हो गया है.
एएफएडी ने सोमवार को कहा कि दो हफ्ते पहले आए भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 41,156 हो गई, इसके और बढ़ने की उम्मीद है. 3,85,000 अपार्टमेंट नष्ट हो गए हैं या गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं और कई लोग अभी तक लापता हैं. राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने कहा कि तुर्की के 11 भूकंप प्रभावित प्रांतों में लगभग 200,000 अपार्टमेंट का निर्माण कार्य अगले महीने शुरू होगा.