बदायूं में रकम और भाई की प्रेमिका से शादी के झांसे में आकर सगे भाई की हत्या के मामले में एक वीडियो सामने आया है। इसमें सगा भाई व मुख्य हत्यारोपी हर्ष ने यह कबूला है कि भाई की हत्या के बाद 3 लीटर पेट्रोल डालकर उसकी लाश को आग के हवाले कर दिया। इतना ही नहीं पेट्रोल छिड़कने के बाद आग भी खुद सगे भाई ने ही लगाई थी। जबकि उसके बाद कुएं में लाश फेंककर उस पर कचरा डाल दिया गया।
हत्या की किसी भी वारदात पर पुलिस शुरुआती जांच में जर, जोरू और जमीन वाले 3 तथ्यों पर जांच करती है। बिल्सी थाना क्षेत्र में प्रिंस नाम के युवक की हत्या के बाद भी पुलिस ने फौरी तौर पर इन्हीं तथ्यों पर तफ्तीश शुरू की, तो पता लगा कि इस नृशंस हत्याकांड में बाहरी लोग ही नहीं बल्कि प्रिंस का सगा भाई हर्ष भी शामिल था।
वीडियो में सुनाई हत्याकांड की कहानी
सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, इसमें हर्ष अपने भाई के कत्ल की दास्तां पुलिस के सामने बयां की है। इसमें खुद हर्ष कह रहा है, ‘जहां उसने भाई की लाश को जलाई। वहीं लाश जल जाने के बाद कुआं में फेंका और उसके ऊपर कचरा डाला, जिससे पता न सके।
बिल्सी के वार्ड संख्या एक में रहने वाले राजेश मूल रूप से अघौल गांव के निवासी हैं। वह हरिद्वार में रहकर अपनी पत्नी और दो बेटों के साथ बल्ब की फैक्ट्री में नौकरी करते हैं। जबकि उनका सबसे बड़ा बेटा प्रिंस और प्रियांश बिल्सी में ही इलेक्ट्रॉनिक सामान की दुकान चलाता था। बताया जा रहा है कि तकरीबन साल भर पहले प्रिंस बिल्सी के ही एक सर्राफा कारोबारी की बेटी को अपने साथ ले गया था। मामला थाने पहुंचा तो पुलिस ने कारोबारी की बेटी बरामद कर ली और प्रकरण को रफा-दफा करा दिया। इस मामले में न तो मुकदमा हुआ और न ही किसी तरह की धरपकड़। कुल मिलाकर पुलिस इस घटनाक्रम को पूरी तरह डकार गई थी।
पहले दोस्त फिर भाई को किया राजी
प्रिंस का भाई हर्ष भी इस हत्याकांड में शामिल है। कहने को तो वह पिता के साथ हरिद्वार में रहता था लेकिन सर्राफा कारोबारी ने सबसे पहले हर्ष के दोस्त देवांश मराठा और उदय महेश्वरी को प्रिंस का कत्ल करने के लिए तैयार किया। हर्ष 28 जनवरी को हरिद्वार से बिल्सी इन्हीं दोनों के बुलावे पर पहुंचा था। दोस्तों ने उसे सगे भाई की हत्या करने को राजी कर लिया। इसके बदले तीनों को 10 लाख देने की बात हुई थी। व्यापारी ने अपनी बेटी की शादी हर्ष से करने की बात भी कही थी।
अपने ही घर में हुआ कत्ल
29 जनवरी की रात हर्ष समेत उसके दोनों दोस्त सुनियोजित ढंग से घर में मौजूद थे। प्रिंस दुकान बंद करके आया तो सभी ने दो मंजिले पर शराब पी और भरपेट खाना भी खाया। इसी बीच व्यापारी अमित वार्ष्णेय भी वहां आ पहुंचा। उसी की निगरानी में तीनों ने मिलकर प्रिंस की हत्या कर दी। इतना ही नहीं उसके शव पर पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया गया। जब शव पूरी तरह नहीं जला तो कंबल में लपेट कर उसे इलाके में ही कुएं में डाल कर भाग गए।