सड़क में भ्रष्टाचार के गड्ढे, गड्ढों से छिदी सड़क – हरदो, नंदापुर, खैरई, पौली तथा गुरसंडी समेत एक दर्जन से अधिक गांवों के लोग परेशान
खागा/फतेहपुर। खागा-दामपुर मार्ग का आधा हिस्सा उपेक्षित पड़ा हुआ है। गुरसंडी मोड़ से लेकर रेलवे क्रासिंग तक 16 किमी सड़क कई जगह पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। आठ महीने पहले सड़क का चौड़ीकरण शुरू हुआ था। हालांकि महीनों बाद भी इसे पूरा नहीं किया जा सका। गुरसंडी मोड़ से नंदापुर गांव तक सड़क के दोनों ओर मिट्टी पुराई करने के बाद काम छोड़कर संस्था कर्मी चले गए।
खागा-दामपुर मार्ग एक दशक पहले तक बेहद व्यस्त रहता था। रेलवे ओवरब्रिज बनने के बाद इस मार्ग की मुश्किल शुरू हो गई। वाहनों की आवाजाही विजयीपुर कस्बा होकर रक्षपालपुर तथा दूसरे अन्य कस्बों के लिए होने लगी। खागा-गुरसंडी मार्ग की मरम्मत को लेकर भी विभागीय अधिकारियों ने सजगता नहीं दिखाई। मार्ग चौड़ीकरण की मांग बीते कई वर्षों से हो रही थी। बीते वर्ष अक्टूबर महीने में गुरसंडी मोड़ से खागा की ओर मिट्टी पुराई शुरू हुई। हालांकि एक महीने बाद ही काम बंद हो गया। रामकुमार, बृजेंद्र सिंह, बच्चा तिवारी, जय सिंह आदि ग्रामीणों का कहना था हरदो गांव के अंदर गहरे गड्ढों की वजह से मार्ग पर सफर करना जोखिम भरा साबित होता है। बाइक, टेंपो व चार पहिया वाहन दलदल में फंसकर दुर्घटनाग्रस्त होते हैं। खागा-दामपुर मार्ग पर जाने वाले वाहन हरदो गांव के अंदर से निकलते हैं। जिसमें ग्रामीण मार्ग खराब होने का अंदेशा बना हुआ है।
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रूट वाली बसों ने बदला रास्ता
खागा-कोट मार्ग पर चलने वाली प्राइवेट बसों को इसी रूट से निकलना होता है। सड़क खराब होने की वजह से अधिकांश बसें विजयीपुर कस्बा होकर जाती हैं। प्राइवेट बस चालकों का कहना था सड़क खराब होने से सवारियां भी कम मिलती हैं। सफर के दौरान जोखिम भी रहता है।
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एक नजर में सड़क की स्थिति
मार्ग का नाम- खागा-गुरसंडी मार्ग
लंबाई- 16 किलोमीटर
स्थिति- हरदो, ऐलई, नंदापुर, खैरई, पौली व गुरसंडी गांव के समीप बेहद खराब पड़ी हुई।
निकलते वाहन- टेंपो, चार पहिया व प्राइवेट बसों समेत प्रतिदिन 500-600 वाहन
प्रभावित गांव व कस्बा- ऐलई, उकाथू, खैरई, बसवा, पौली, गुरसंडी, रक्षपालपुर, खखरेड़ू, दामपुर, कोट, धाता आदि।
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रिपोर्ट मिलने का इंतजार
मार्ग निर्माण से पहले ट्रायल पैच होता है। नमूना भेजा जा चुका है। जैसे ही रिपोर्ट प्राप्त होती है। सब कुछ ठीक रहने पर मार्ग का निर्माण शुरू होगा- संदीप दुबे, अवर अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग